Book Title: Agam 14 Jivajivabhigama Uvangsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 109
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १०० जीवानीवाभिगम - ३/दी०/२१० अण्णंपि लवणे सेसं तं चेव एवं अमितरलावणगाणं सूराणवि लवणसमुदं बारस जोयणसहस्साई तहेब सव्यंजाब रायहाणीओ, कहिणं मंते बाहिरलावणगाणं चंदाणं चंददीवा नाम दीवा, लवणस्स समद्दस्स पुरथिमिल्लाओ वेदियंताओ लवणसमुदं पचत्थिमेणं बारस जोयणसहस्सा ओगाहित्ता एत्य णं बाहिरलावणगाणं चंदाणं चंददीया नाम दीवा पन्नत्ता-बारस जोयणसहस्साई आयामविक्खंभेणं घायइसंडदीवंतेणं अद्धकोणनवति जोयणाइं चत्तालीसं च पंचनउतिभागे जोयणस्स ऊसिता जलंताओ लवणसमुदंतेणं दो कोसे ऊसिता पउमवरवेइया वणसंडा यहुसमरपणिज्जा भूमिभागा मणिपेदिया सीहासणा सपरिवारा सो चेव अट्ठो रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरस्थिमेणं तिरियमसंखेने दीव ससुद्दे वीइवइत्ता अण्णमि लवणसमुद्दे तहेव सव्वं कहिं णं भंते बाहिरलावणगाणं सूरा ण सूरदीवा नाम दीवा, लवणसमुद्दपञ्चत्थेिमिल्लाओ वेदियंताओ लवणसमुदं पुरथिमेणं बारस जोयणसहस्साई धायइतसंडदीवंतेणं अद्धे-कूणउतिं जोयणाइं चत्तालीसं च पंचनउतिभागे जोयणस्स लवणसमुइंतेणंदो कोसे ऊसिया सेसंतहेव जावरायहाणीओसगाणं दीवाणं पञ्चस्थिमेणं तिरियमसंखेने लवणे चेव बारस जोयणा तहेव सव्वं भाणियव्यं ।१६४|-163 (२११) कहि णं मंतेधायइसंडदीवगाणं चंदाणं चंददीवा नामं दीवा पत्रत्ता गोयमा घायइसंडस्स दीवस्स पुरथिमिल्लाओ वेदियंताओ कालोयं णं समुदं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एस्थ णं घायइसंडदीवगाणं चंदाणं चंदंदीवा नाम दीवा पन्नत्ता सव्वतो सर्पता दो कोसा ऊसिता जलंताओ वारस जोयणसहस्साइंतहेव विक्खंभ परिक्खेवो भूमिभागो पासायवडिंसया मणिपेढिया सीहासणा सपरिवारा अट्ठो तहेव रायहाणीओ सकाणं दीवाणं पुरस्थिमेणं अण्णमि घायइसंडे दीवे सेसंतं चेव एवं सरदीवाविनवरं-पायइसंडस्स दीवस्सपञ्चस्थिमिल्लातो वेदियंताओकालोपंणं समहं वारस जोयणसहस्साई तहेव सव्वं जाब रायहाणीओ सूराणं दीवाणं पचत्थिमेणं अण्णमि घायइसंडे दीवेसव्यं तहेव।१६५/-164 (२१२) कहि णं भंते कालोयगाणं चंदाणं चंददीवा नाम दीया पन्नत्ता गोयमा कालोपसमुहस्स पुरथिमिल्लाओ वेदियंताओ कालोयण्णं समुद्द पञ्चस्थिपेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता एत्थ णं कालोयगचंदाणं चंददीवा नाम दीवा पन्नत्ता सव्वतो समंता दो कोसा ऊसिता जलंताओ सेसं तहेव जाव रोयहाणीओ सगाणं दीवाणं पुरस्थिमेणं अण्णंमि कालोयसमुद्दे बारस जोयणसहस्साइं तं चेव सव्वं जाव चंदा देवा, चंदा देवा एवं सूराणवि नवरं-कालोयस्स पचत्थिमिल्लातो वेदियंतातो कालोयसमुद्दपुरस्थिमेणं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता तहेव रायहाणीओ सगाणं दीवाणं पद्यस्थिमेणं अण्णमि कालोयसमुद्दे तहेव सबं एवं पुक्खरवरगाणं चंदाणं पुक्खरवरस्स दीवस्स पुरिस्थिपिल्लाओ वेदियंताओ पुक्खरसमुदं बारस जोयणसहस्साई ओगाहित्ता चंददीवा अपर्णमि पुक्खरवरे दीवे रायहाणीओ तहेव एवं सूराणवि दीवा पुक्खरवरदीवस्स पच्चत्येिमिल्लाओ वेदियंताओ पुक्खरोदंसमुदं बारस जोयणसहस्साइं ओगाहित्ता तहेव सव्वं जाव रायहाणीओ दीविल्लगाणं दीवे समुद्दगाणं समुद्दे चेव एगाणं अभितरपासे एगाणं बाहिरपासे रायहाणीओ दीविल्लगाणं दीवेसु समुद्दगाणंसमुद्देसुसरिणामएसु।१६६!-165 (२१३) इमे नामा अनुगंतव्वा-1१६७-१।-186-1 (२१४) जंयुद्दीवे लवणे धायइ-कालोद-पुस्खो यरुणे खीर-धय खोय-नंदीअरुणवरे कुंडले रुयगे ॥३२॥-1 For Private And Personal Use Only

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