Book Title: Agam 14 Jivajivabhigama Uvangsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 41
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जीवाजीवापिगम - ३/ने-२/१०२ णं असंखेजा समए-समए अवहीरमाणा-अवहीरमाण असंखेजाहिं उस्सप्पिणी-ओसप्पिणीहिं अवहीरंति नो चेवणं अवहिता सिता जाव अधेसत्तमा इमीसे णं मंते रयणप्पमाए पुढदीए नेरझ्याणं केपहालिया सरीरोगाहणा, दुविहा भयधारपिज्जा य उत्तरवेउब्बिया य तत्य णं जासा अवधारणिता सा जहण्णेमं अंगुलप्स असंखेजतिमागं उक्कोसेणं सत्तधणूई तिण्णि य रयणीओ छच्च अंगुलाई तत्थ णं जासा उत्तरवेउब्विया सा जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजतिभागं उक्कोसेणं पनररसधणूई अदाइजाओ रयणीओ दोच्चाए भवधारणिले जहण्णओ अंगुलासंखेनमार्ग उक्कोसेणं पत्ररसधणूई अड्ढाइजातो रयणीओ उत्तरवेरविया जहण्णेणं अंगुलस्स संखेजपागं उक्कोसेणं एकतीसं धणूई एक्का रवी तच्चाए भवधारणिज्जे एक्कतीसंधणूई एक्का रयणी उत्तरवेउब्धिया वावट्ठिधणूई दोण्णि रयणीओ चउत्थीए अवधारणि यावद्विधणूई दोणि य रयणीओ उत्तरवेउब्धिया पणवीसंधणुसयं पंचमीए भवधारणिज्जे पणवीसंधणुसयं उत्तरवेउब्बिया अड्ढाइलाई धणुसयाई छट्ठीए भवघारणिज्जा अड्ढाइलाई धणुसयाई उत्तरवेउब्बिया पंचधणुसयाई सत्तमाए भवधारणिज्जा पंचधणुसयाइं उत्तरवउब्बिए धणुसहस्सं।८७1-88 (१०३) इमीसेणं भंते रयणप्पभाए पुढवीए नेरइयाणं सरीरया किसंधयणी पन्नत्ता गोयमा छण्हं संघयणाणं असंघयणी-नेवट्ठी नेव छिरानविण्हासजे पोग्गला अणिट्ठा जाव अमणामा तेतेसिं सरीरसंघायत्ताए परिणति एवं जाव अधेसत्तमाए इमीसे णं मंते रयणप्पभाए पुढवीए नेरझ्याणं सरीरा किसंठिता पन्नत्ता गोयमा दुविहा, भवधारणिज्जा य उतरवेच्चियाय तत्थ णं जेते पवधारणिजा ते हंडसंठिया जेते उत्तरवेउब्बिया तेवि हुंडसंठिया पन्नता एवं जाव अहेसत्तमाए, इपीसे णं भंते रयणप्पाए पुढवीए नेरइयाणं सरीरमा केरिसगा वणेणं पन्नत्ता गोयमा काला कालोभासाजाव परमकिण्हा वण्णेणं पन्नता एवं जाव अहेसत्तमाए, इसीसे णं मंते रयणप्पभाए पुढवीए नेरइयाण सरीरचा केरिसया गंधेणं पन्नता गोयमारो जहानामएअहिपडेइ यातंचेव जाव अहेसत्तमाए इमीसे णं मंते रयणप्पभाए पुढवीए नेरइयाणं सरीरया केरिसया फासेणं पन्नत्ता गोयमा फुडितच्छविविच्छविचा खरफरुस-झाप-झुसिरा पन्नत्ता एवंजार अधेसत्तमाए ।८८1-87 (१०४) इमीसे णं मंते रयणप्पभाए पुढवीए मेरइयाणं केरिसया पोग्गला ऊसासत्ताए परिणमंति गोयमा जे पोग्गला अणिट्ठा जाव असणामा ते तेसि ऊसासत्ताए परिणमंति एवं जाव अहेसत्तमाए एवं आहारस्सवि सत्तसुविइमीसेणं मंते रयणप्पमाए पुढवीए नेरइयाणं कतिलेसाओ पन्नत्ताओ गोयमा एक्का काउलेसा पन्नत्ता एवं सक्करप्पभाएवि वालुयपभाए पुच्छा दो लेसाओ पन्नत्ताओ तं जहा-नीललेसा काउलेसा य ते बहुतरगा जे काउलेसा ते थोवतरगा जे नीललेस्सा पंकप्पभाए पुच्छा एकका नीललेसा पन्नत्ताधूमप्यभाए पुच्छा गोयमा दो लेस्साओ पन्नत्ताओतंजहाकिण्हलेस्सा य नीललेस्सा व ते बहुतरका जे नीललेस्सा ते थोवतरका जे किण्हलेसा, तमाए पुच्छा गोयमा एकका किण्हलेस्सा अधेसत्तमाए एकका परमकिण्हलेस्सा इभीसे णं भंते रयणप्पमाए पुढवीए नेरइया किं सम्पदिट्ठी मिच्छदिट्ठी सम्मामिच्छदिट्ठी गोयमा सम्पदिट्ठी दि मिच्छदिट्ठीवि सम्मामिच्छदिकृषि एवं जाव अहेसत्तमाए इमीसे णं मंते रयणप्पभाए पुढबीए नेरइया किं नाणी अन्नाणी गोयमा नाणीवि अन्नाणीवि जे नाणी ते नियमा तिन्नाणी तं जहा-आमिणिबोहियनाणी सुयनाणी अवधिनाणी जे अन्नाणी ते अत्यंगतिया दुअन्नाणी अत्यंगइया तिअन्नाणीजे दुअनाणी ते नियमा मतिअन्नाणी य सुयअन्नाणी य जे तिअन्नाणी ते नियमा पतिअन्नाणी सुयअन्नाणी For Private And Personal Use Only

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