Book Title: Agam 04 Ang 04 Samvayang Sutra Sthanakvasi Gujarati
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 11
________________ अनु. विषय १ मंगलाया २ अवतर श्री समवायांग विषयानुम्भशिडा पहला सभवाय ६ सोडालोड प्रा निपा ७ धर्माधर्म प्रा नि३पा ८ पापा का नि३पा ८ जंधभोक्ष प्रा निपा सूत्र 3 जारह प्रकार के शिपिट डा निश्पा ४ आत्मा अनात्मा के स्व३प प्रा नि३पा आत्माडियात्व अथवा अडिय जाहिडा नि३पा स्त्रव और संवर डानि३पा શ્રી સમવાયાંગ સૂત્ર श्री १० ११ वेघ्ना और निर्भरा डा नि३पा १२ सप्तसूत्री द्वारा आश्रय विशेष डा नि३पा १३ यार गति साश्रयी रहनेवाले भुवां प्री स्थिति जाहि धर्म निपा १४ हेवों स्थित्याहि प्रा नि३पा दूसरा सभवाय पाना नं. १५ हंडा प्रानि३पा १६ हो संज्या विशिष्ट हेवाहिको डी स्थिति निम् १७ तीन संज्याविशिष्ट तीसरा समवाय में तीन प्रकार के एडहिडा निपा ૧૩ ૧૩ 2 2 2 2 2 22228 १७ १७ २२ २२ २३ ૨૫ २७ ३० ३२ ३६ ३७ ३७ ३८

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