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(२५)
वर होगा दयफ कोन के और असब कोन बराबर होगा दफय कोन के __ उप. क्योंकि अगर अब स त्रिभुज दयफ विभुज के ऊपर इस तरह से रक्खा जाय कि ब बिंद य बिंद पर हो और अब सीधी रेखादय सीधी रेखा पर
तो चंकिअब बराबर है दय के (वभूजिब फ़ज़ ) प्रबिंटु द बिंद पर पड़ेगा । __ और जब अब सीधी रेखा ने कुल दय सोधी रेखा को ढक लिया तो चूंकि ब अस कोन बराबर है य द फ़ कोन के इस लिये अस सीधी रेखा द फ़ सीधी रेखा पर पड़ेगी
और चूंकि अस बराबर है दफ के ( बमुजिब फज ) स बिंद फ बिंद पर पड़ेगा
लेकिन यह बयान हो चुका है कि ब बिंदु य बिंदु के ऊपर है इसलिये कुल बस आधार कुल य फ आधार को ढक लेगा
क्योंकि जब ब बिन्दु य पर हुआ और स बिन्दु फ बिन्दु पर अगर कुल बस आधार कुल य फ आधार पर नहौं पड़ता है तो दो सीधी रेखा ब स और य फ एक धरातल को घेरेंगी और यह बात नामुमकिन है
स्व१. इस लिये कु ल ब स आधार कुल य फ आधार पर पड़ता है और उसके बराबर है
ओर कुल अब स त्रिभुज कुल द य फ विभज पर पड़ता है और उसके बराबर है
और एक विभुज के बाकी कीन दूसरे त्रिभुज के बाकी कोनों को यूरा पूरा ढक लेते हैं और उनके बराबर हैं यानी अब स कोन बराबर है द य फ़ कोन के और अ स ब कोन बराबर है दफय कोन के
फल इसलिये अगर दो त्रिभुजों में एक त्रिभुज की दो भुज टूसरे त्रिभुज की दो भुजों के पाद्योपान्त-यही साबित करनाथा
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