Book Title: Rekhaganit
Author(s): Atmaram Babu
Publisher: Atmaram Babu

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Page 208
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( २१४ ) २८ दूसरा समानान्तर सीधी रेखा नम्बर साध्य कल्पित अर्थ फल अगर एक सोधी रेखा यह दोनों सीधी रेखा समानान्तर किसी दो सीधीरेखायों होंगी पर जो एकही धरातल में हैं गिरकरसमानान्तर कोन बराबर बनावें २८ पहला अगर एक सीधी रेखा यह दोनों सीधी रेखा समानान्तर हिस्ता किमी दो सीधी रेखाओं होगी पर जो एकही धरातल में हैं गिरकर वहि: कोन अपने ग्रामने सामने के अंतः कोनों के बराबर बनावें अगर एक सीधी रेखा यह दोनों सीधी रेखा समानान्तर दो मीधी रेखायोंपर जो होंगी हिस्सा एक हौधरातल में हैं गि रकरअपनी एक तरफ के दो अंत: कोन ऐसे बनाने कि वह मिलकर दो समकोन के बारबर हों अगर एक मीधी रेखा वह रेखा उन रेखायों के साथ हो समानान्तर मीधी हिस्सा एकान्तर कोन बराबर बनावेगी रेखानों पर गिरे २६ दूसारा ___ अगर एक सीधी रेखा वह अपनी एक तरफ का बहिः हिस्सा | दो समानान्तर सीधी रे. कोन और उस के सामने का अंत: खओं पर गिरे कोन एक दूसरे के बराबर बनावेगी २६ तीसरा अगर एक मीधी रेखा । वह अपनी एक तरफ के दो अंत: हिमा दो समानान्तर सीधी रे कोन ऐसे बनावेगी कि वह मिलकर खानों पर गिरे बराबर दो ससकोन के होंगे ग्रगर दो सीधी रेखाओं वह दोनों सीधी रेखा आपन में में से हरएक किलो ती- भी समानान्तर होगी सरी सीधी रेखा के समानान्तर है २६ पसला। For Private and Personal Use Only

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