Book Title: Rekhaganit
Author(s): Atmaram Babu
Publisher: Atmaram Babu

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Page 188
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( १८४ ) (२) दो रेखाओं के योग और अन्तर पर के बर्ग मिलकर दूने होते है उन रेखाओं पर के वर्गों के क्योंकि नगर अ स और स द जुही २ रेखा खयाल की जावें तो अद उनका योग और व द अन्तर बीजगणितीय साधन फर्ज करो कि अ ब लम्बाई में २ अ पैमाने और उसके आधे अस या स ब लम्बाई में अपैमाने हैं और ब द लम्बाई में समाने है इसलिये अट लम्बाई में (२+म) में माने और स द लम्बाई में (अ+म) फि (२+ज):- +8x अम+म इसलिये (२अ+म)म-४ अ-+3xxम+२ म लेकिन अ+xx अ म+२म-२अ-+२+8xxस--- रस =२ + २(अ+म) इसलिये (२+म)+म=२(अ+म)+२ इसलिये अगर कोई दिया हुआ अंक दो वरावर हिस्सों में बांटाजाय और कुल अंक और उसके एक हिस्से में कोई दूसरा अंक मिलाया आय तो बादाहुआ कुल अंक और दूसरे व्यंक के बर्ग मिलकर दूने हैं दिये हुए बंक के अाधे और उस अंक के वर्ग से जो दिये हुए ग्रंक से गाये और दूसरे जंक से बना है अभ्यास (२४) अ न स त्रिभुज में अद रेखा अ कोग से ब स को द बिंदु पर दो बराबर हिस्सों में काटतो हुई सींची गई है मावितः शाशे किया था और अश पर के वर्ग मिलकर दूने हैं ब द और द अपर के बगी के ( २५ ) साबित करो कि समानान्तर चतुर्भज के चारों भुजों पर के व मिलकर बराबर हैं उसके दोनों वाणां पर के बों के (२६) अ ब स द चतुर्भुज के अस और ब द कर्ण के बीचों बीच के य और फ बिंदु हैं सावित करो कि चारों भुजों पर के वर्ग मिलकर बराबर है दोनों कर्णां घर के वर्गों के और य फ पर के चौगुने वर्ग के For Private and Personal Use Only

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