Book Title: Rekhaganit
Author(s): Atmaram Babu
Publisher: Atmaram Babu

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Page 200
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( २०६ ) अभ्यास (४३) अ ब स नमहिबाहु त्रिभुज के अब व्याधार परके किली अ कोन से उसके सामने की भुज बस पर अद लम्ब डाला गया है साबित करो कि अब परका वर्ग दूना है सब गौर बद के धरातल का नाभ (४४) अब सविभुज का स समकोन है और स के किमी द बिंदु से दय लंग अब पर डाला गया है तो साबित करो कि अब और अय का धरातल बरावर है अस और अद के धरातल के (४५) अब सद समलंब चतुर्भुज की अव और सह भुण समानातर है साबित पाकिस और वद ऋणों पर के मिलकर परावर और यव और सद के दूने घरातल के श्रद और बल पर असरास तिलुज काच व कोन नमविवाह विभु के कोन के बराबर हो तो अब परका व अस और बस पर के वर्गों से बदर बस और च स के धरातल के बाम होगा साध्य १६ - वस्तुपपाच दिन चैत्र की बराबर वर्ग बनायो ... करोकि दिवा डबा क्षेत्र है इसके बराव बर्ग बना ना है अं - अ के बराबर बस दय सम कौन ० समानान्तर चतुर्भुज वनाओ (सा० ४५ ) अब अगर इस समानान्तर चतुर्भुज की बय और यद भुज आपस में बराबर हैं तो यह वर्ग क्षेत्र है और हमारा मतलब पूरा होगया अ a For Private and Personal Use Only ह स 'य फ द अगर बय और यट् बराबर नहीं हैं तो उन में से एक बय को फ तक बढ़ाओ और यफ बराबर यद के बनाओ ब फ को ज बिंदु पर दो बराबर हिस्सों में बांटो ((सा० १०) ज केन्द्र में जब या जफ दूरी पर बहफ अष्टत खींचो

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