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( २०० ) अब ठीक उसी तरह जैसा कि पहले अधयाय की सैंतालीसवीं साधा मैं साबित हुआ है साबित होसक्ता है कि त्रिभुज असफ बराबर है त्रिभुज अहब के और त्रिभुज स ब ज बराबर है त्रिभुज सबअ के और त्रिभुम ल स अ बराबर है त्रिभुज बस क के इसलिये अायत अर बराबर है अायत अच के और यायत बर बराबर है यायत बन के और अायत सच बराबर है अायत सन के ( १-सा०४१ वख० ६) इसलिये अज बराबर है अच और बन के योग के लेकिन अज वर्ग अब परका है और अच और ब न मिलकर बराबर हैं अक और बल वर्गों के यौर ग्रायत सन और स च के योग के जो अस और बस परके वर्ग और दूने धरातल बस और सद हैं इसलिये अब परका वर्ग अस और ब स परके बों से बक़दर दूने धरातल बस, स द के जियादा है
अनुमान- अगर लम्ब अ और ब कोनों से सामने के भुजों पर डाले जांय और उन भुजों से द और य विदुयों पर मिले तो धरातल अस. स य बराबर है धरातल ब स,स द के
बीजगणितीय साधन फर्ज करो कि ब स, स अ और अब लम्बाई में क्रम से अ,ब और स पैमाने हैं और स द और द अ लम्बाई में म और न पैमाने हैं
तो ब द लम्बाई में (अ+म) पैमाने है इसलिये स=(अ+म+न क्योंकि अब द समकोन त्रिभुज है
और बम+न
क्योंकि अ स द समकोन त्रिभुन है
इसलिये सव= (अ+म)म
=अ+२xxम+म-म
=अ+२xxम
इसलिये स=अ+ब+२xxम
यानी स बड़ा है अ+ब से बक्रदर २४ म के
अभ्यास (४०) अगर किसी त्रिभुज का अ स ब अधिक कोन समत्रिबाहु त्रिभुज
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