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( ८८ )
इसलिये अब समानांतर है स द की
फल इसलिये जो सीधी रेखा किसी एकही सीधी रेखा की आद्योपांत-यही साबित करना था टि. इस साध्य में अगर अब और यफ में से हरएक सद की समानान्तर हो तो इसी तरह साबित हो सक्ता है कि अब और य फ आपस में समानान्तर होंगी- उक्त दस ने जो सूरत सावित की है वह ऐसी साफ़ जाहिर है कि सुबूत की सुहताज नहीं है क्योंकि जब अब और स दरेखा यफ रेखा से जो उनके दर्मियान में है नहीं मिलती तो अापस में भी कहीं न मिलेंगी और इसलिये समानान्तर होंगी
अभ्यास (७६) तीसौं साध्य के विलोम को बयान करो और माबित करो
साव्य ३१ बस्तूपपाद्य सा. सूत्र दिये हुए बिन्दु से एक ऐसी सीधी रेखा खौंचो कि वह दो हुई सीधी रेखा के समानांतर ही
वि० सूत्र फ़र्ज़ करो कि अदिया हुआ बिन्दु और वस दी हुई सोधी रेखा है
असे एक ऐसी सीधी रेखा खींचनी है कि वह वस की समा नांतर हो
०-वस में कोई द बिन्दु लो और अद मिलाओ अद सीधी रेखा के अ बिन्दु पर दअ य य अ फ कोन अदस कोन को बराबर और अद की ब स सामने की तरफ़ में बनाओ
सा० २३ और अय को फ तक बढ़ाओ तो यफ समानांतर होगी बस की । उप. चूंकि अद सीधी रेखा यफ और बस दो सीघो रेखाओं से मिलती और उनके साथ यप्रद और अदस
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