________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
( १५२ )
त्रिभ ज के दो भुजों के बीचोंबीच के बिन्दुओं से उनके मारने के कोनों तक खींची गई हैं उस त्रिभ ज को बनायो । (२३६) वह रेखा जो किमी त्रिभ ज के कोनों से उनके मामने के भ - जों के बीचोंबीच के विंदुओं तक खींची गयी हैं मालमहैं उन त्रभु ज को बनायो (२४० ) अ व स त्रिभुज के अ कोम से अ द लम्ब बस आधार पर डा. ला गया है और अ य रेखा व अस कोन को दो वरावर हिस्सा में बांटती हुई खचीई है सावित करो कि द अ य कोन त्रिभुज के ब और स शोगों को अन्तर का प्राधाहै (२४१ ) का लदानान्तर चतुभ ज की एक भ ज और दोनों कर्ण दिये हुए में उप समानान्तर चतुज को बनायो
(२४२ ) सलकोन त्रिम ज अब स के समकोण अ के एक रेखा दो वरावर हिरले करती है और एक दूसरी रेखा भ ज बस के पिंटु द पर दो व रब हिस्से करती है और उसके माध समकोन वनाती है यह दोनों रेखा विट य पर मिलती हैं साबित करो कि द अ और द य च पममें बराबर हैं
( २४३) अ ब और अ स एक दूनरी के साथ समझोन बनाती है द कोई घिद्ध अब में योर य कोई बिन्दु अस है इसको कर्ण बनाकर ग्राधा की जिसका शीर्घ ज है बनाया गयाहै साबित करो कि ज की निधि वह सौधो रेखा है जो कोन ब अ स के दो बर बर हिस्से करती है। ( २४४ ) वर्ग अ ब स द क कर्ण अस पर वर्ग के वरावर एक ऐमा वि. धभकोन समचतुभुज अ य फ स बनाया गया है जिसका न्यन कोन विन्दु अपरहै अगर अफ मिलायी जाय तो कोन ब अस के तीन वराबर हि हिने होजांयगे ( २४५) समानान्तर चतुर्भजों में जिनकी भ जों का योग एक ही है वर्ग का रकवा सबसे बड़ा होगा। ( २४६) अ ब स त्रिभ ज के अ ब और ब स और स अ म जों के बीचों : वोच के बिटु तोब बार द , य ग्रार फ हैं और ह से द ज जा बफ की समानान्तर खींची गई है यफ के बहुर हिरम से ज बिंदु पर मिलती है नावित करो कि द स ज त्रिभुज की भ ज उन रेखाओं की लीव बार बराबर हैं अब स त्रिभुज के भ जों को बीचोंबीच के हिंदुओं से उन भजों के सामने के कोनों तक खोंची जायगी ( २४७ ) दिये हुए वर्ग में ऐसा बर्ग बनायो जिसका रकबा एक दिये हुए अर्गक रकबे के बराबरहो और बतायो कि दिये हग रकी की क्या कद होनी चाहिये
For Private and Personal Use Only