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( १६४ ) टि. यह साध्य इस अध्याय की पहली साध्य की एक खास सूरत है पहली साधा में अगर दोनों सीधी रेखा अापसमें बरावर हों और उनमें से एक दो हिस्सों में बांटीगयी हो तो पहली साधा और यह साधा एक हो जायगी
बीजगणितीय साधत फर्ज करो कि अब लम्बाई में ग्र पैमाने हैं और अस और बस में क्रमसे म और न पैमाने हैं
तो म+नइन बराबर चीजों में से हरएक को अ से गुण दिया इसलिये य--अम+x न
यानी अगर कोई ग्रंक दो हिस्सों में बांटा जाय तो कुल ग्रंक और उसके हर हिस्से का गुणनफल मिलकर वराबर होते हैं कुल अंक के वर्गके
अभ्यास (२) किसी सीधी रेखा पर का बर्ग उस रेखा के ग्राधे पर के बर्ग का चौगुना होता है (३) अगर अबस समकोन त्रिभुज का अ कोन समकोन है और अद, ब सभुजपर लस्प है सावित करो कि बस और बद का धरातल और बस
और स द का धरातल मिलकर बराबर हैं ब द और द स पर के वर्गों और अद पर के दूने वर्ग के
साध्य३-प्रमेयोपपाद्य सा.सू. अगर कोई सीधी रेखा किसी दो हिस्सों में बांटी जायतो धरातल जो कुल रेखा और उसके एक हिस्से से बनता है करा बर होगा उस हिस्से परके बर्ग और उस धरातल के योग के जी रेखा के दोनों हिस्सों से बनता हैवि.सू. फ़ज़ करी कि अब सीधी रेखा स व किसी दो हिस्सों में स बिन्दुपर बांटी गयी है तो अब और बस का धरातल बराबर होगा -
बस पर के बर्ग और अस और सब के धरातल के योगके प्र०-वस पर सदय व वर्गक्षेत्र वायो ( १ सा-४६)
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