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( १८० टि ३ अगर हम अब और बस को 'जुदी २ रेखा खयाल करें और इसलिये अस को उनका व्यन्तर समझे तो इस साध्य का दावा इस तरह क्यान होगा कि दो रेखाओं पर के वर्मा का योग बराबर है उनके धरातल व टूने और उनके गंतर परक वर्ग से।
सातवा साध्य के इस दावे और चौथी साध्य की उस दावे से जो उसके टिभ पन ४ में लिखा है हम इन दोनों साथ्यों का यह संबंध निकालते है
साध्य 8 से योग का बर्ग -- बों का योग + दूना घरातल साध्य ७ से बान्तर का बग- वगों का योग - दूना घरातल
बीजगणितीय साधन । पण पारो कि अब लम्बाई में अ पैमाने है और उनके हिसा अस और सब लम्बाई ले म और न माने हैं
तो अ=(म-न-न) इन दोनों वरावरों का वर्ग किया इमलिये अम+२ X म x न+ग इन दोनों बराबरों में से हरएक में न मिलाया इसलिये अ+ म+२ x wx न+२ न
रविन २४ मन+२४ न- २(स+न)- न -२xx न
इलिये अजस-२xxज
यानी अगर कोई अंक विसी दो हिस्सों में बांटाजाय तो कुल संक और कहिले के बरा मिलकर बराबर है कुल ग्रंक और उस हिसके गुणनफाला के दूने और दूसरे हिसी के जौ के
मल्यास (२६) अमराव रेखा स बिन्दु पर इस तरह वांटी जाय कि अस पर का बर्ग टूना हो स व पर की वर्ग से तो साबित करो कि अब और बस पर के बमों का बान्तर दूना से अव और बस के घराला का
साध्य ८ प्रमेयोपपाद्य मा० स० - अगर कोई सीधी रेखा दो हिस्सों में बांटीजाय तोल रेखा और उस के किसी हिस्से का चौगुना पातल और दूसरे हिस्से पर का बग मिलकर बराबर होंगे उस सीधी रेखा पर के वर्ग के जो कुल रेखा और पहले हिस्से से बनती है
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