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१४) सकछी आधार पर उसको घामने सामने की तरफों में बराबार क्षेत्रफलों के दो त्रिमण हैं मावित करो कि व्याधार योहो या बकरत्रिगजों के शवों के मिलाने वाली रेखा को दो बराबर हिस्सों में बांटती है
१५०) तीन समानांतर चत्मण जो मब तरह आपस में बराबर हैं इस सरह पर पास पान रकले गये है कि उनके आधार एकही सीधीरेखा से पहले समानांतर चतुक व्याधार को और तीसरे समानांतर पत्
ज के व्यापार के मामले के भुगों के एक एक तरफ के मिरे मिलाये गये है तो सादित करो कि यह गया समानांतर चतुर्मन जो मिरों के मिलाने में बनता है उसका वह हिरमा को दूसरे मामानांतर चाप जो दर्मियाज हरयक समानांतर चलमल का व्याधाले १५१ . किमी त्रिगज की राक मुज में कोई विंदु दिया हुवास रमही रखा खोचो कि वह जिम के दो २१ दिम करे ( १५२ . किमी दिवस समान एक ऐसी सीधी रेखा सीची कि वह चतुग के दो बार कर दिया। (१५३) यार मा लिमज बनाया जाप कि उसकी दो भुज किसी चजण तेल के कणों को काला अजग बराबर हों और उन भओं के बीच क! को क के हामियान को किसी योग के बराबर हो तो उस विभा का फल उस 'चान के क्षेत्रमा यो बराबर हो
साध्य ३ प्रमेयोपपाद्य सासन जी बरावर विनज एक ही थाधार पर और उस - की एकही सरफा में हों वह एक ही समानान्तर रेखाओं को दर्मि
ঠি कि सूत्रसज़ करो कि बराबर विभुज भाव स और दबस १ कही याधान वसर और को पीता में प्रद
तो विभुना बस और ट् बस एक ही समानान्तर रखाओं के दर्मियान होंगे
अं०-अद मिलाओ तो अद समानान्तर बस को होगी अगर अद समानांतर बस की गई।
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