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( १३८ )
अब बराबर एक गज के लो और बस रेखा अब के माथ समकोन बनाती हुई और उस के बराबर खींचो जौर अस मिलायो और साद बराबर एक गज के और अस के साथ समकोन बनाती हुई खींचो और अदा मिलायो
और दय बराबर एक गज के और अद के माथ रामकोग बनाती हुई खींचो और अ य मिलायो
तो संतालीसवीं माध्य से साबित होता है कि अब बराबर है, राज के और अस बराबर है २ गज के और अद बराबर है राज के और अय बरावर है ) ४ गज़ के ।
अभ्यास (१०८) ४७ वी साधा में माबित करो कि अद और सफ एक दूसरे पर लब है (१७६) सैंतालीसवीं साधध में अगर जह, फ द और क य मिलाई जायं तो साबित करो कि त्रिभुज ज अह , फासद और क स य में से हर एक वराबर है त्रिभुज ब अस के (१८०) ४७ वो साधा में अगर फ द यौर क य मिलाये जाय तो साबित करो कि फ द पर का वर्ग बरावर है अब पर के वर्ग के चौगने और अस पर के वर्ग के योग के गौर क य पर वा वर्ग बराबर है अ स परके वर्ग के चौगुने और अब पर को वर्ग के योग को और फद और कायपर के वर्ग मिलकर बस भर के बस के पांचमाने के बराबर है (१८१) किनी दो या जियादा प्रिय हुए बम क्षेत्रों की बराबर एक वर्ग क्षेत्र बनायो १२८२) एक ऐसा बार क्षेत्र बनायो जो दिये हुए वर्गोलों के फर्क के चदार हो (१८३) तिज में नकोन बनाने वाली भुजों पर के बर्ग मिलकर उस कोन की मामने वाली अज पर के वर्ग से बड़े होतो (१८४ ) लिभज में अधिक कोन बनाने वाली भभों पर के बर्ग मिलकर छोटे होंगे उम कोन के सामने वाली भ ज पर बो वर्ग से (१८५) अगर त्रिभु न की दो सजों पर के वर्ग सि.लकर तीसरी भ ज पर के वर्ग से बड़े हों तो तीसरी भुज के सारने का कोन न्धन कोन होगा और अगर छोटे हों तो अधिक कोन होगा (१८६) त्रिभुज अब स के कोन स से उस की मामने की भुज अब पर लंभ स द गिराया गया है साबित करो कि उन वर्ग क्षेत्रों का फर्क जो अस और बस पर बनाये गये हैं वरावर होगा उग वर्गक्षेत्रों को फर्क के
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