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(१०३) किसी त्रिभुज के आधार के कोनों से उनकी सामने की भुजों पर लंब गिराये गये हैं और यह लंब उन भुजों या उनके बढ़े हुए हिस्सों से मिलते हैं तो वह मीधी रेखा जो उन बिंदुयों के दर्मियान जहां लंब भुजों या उनके बढ़े हुए हिस्सों से मिलते हैं उस लंब से जो ग्राधार के बीचोंबीच के बिन्दु से उस रेखा पर गिराया जाय दो बराबर हिस्सों में वांगी
* (१०४) अगर अब स और अ ब द दो समकोन त्रिभुज अ ब क पर और उनके स और द शीर्ष मिलाये जांय तो चतुर्भुज के हर भुज के नामने के दो दो कोन जो इस तरह पैदा होंगे व्यापल में बराबर होंगे (१०५) पहले ग्रध्याय की पहली साध्य में वृत्त एक दूसरे को स और ह बिन्दुओं पर काटते हैं और अब बढ़कर एक वृत्त से बिन्दु क पर मिलती है साबित करो कि स ह क नमत्रिबाहु त्रिभुज है
(१०६) नमदिवाहु त्रिभुज के आधार पर के कोनों को दो बराबर हिस्मों में बांटनेवाली सीधी रेखा त्रिभुज के भुजों से द धौर य बिन्दुओं पर मि लती हैं साबित करो कि द य त्रिभुज के व्याधार के समानान्तर है
(१०७) अब और अ स दो दी हुई सीधी रेखा हैं अ ब में एक बिन्दु सदिया हुआ है म से ऐसी सीधी रेखा खोंचो कि वह अ स से क बिन्दु पर मिलकर अमक कोन अ क म कोन से तिगुना बनावे (१०८) समकोन त्रिभुज बनायो जिसकी दो भुओं का योग और कर्ण
मालम है
(२०६ ) समकोन त्रिभुज बनाओ जिसकी दो भुजों का व्यन्तर और कर्ण मालूम है
(११० ) समकोन त्रिभुज बनाओ जिसका कर्म और लंब जो समकोन से कर्ण पर गिरा है मालूम है
(१११ ) समकोण त्रिभुज बनायो जिसकी तीनों भुजों का योग और जिसका एक कोन मालूम है
(११२) समकोन के तीन बराबर हिस्स े करो
( ११३) दी हुई परमिति सीधी रेखा के तीन बराबर हिस्से करो
( १२४ ) दिये हुए बिंदु से दो समानान्तर रेखाओं तक ऐसी दो बरावर रेखा खींचो कि वह एक दूसरी के साथ समकोन बनाती हों ( ११५ ) त्रिभुज जिसकी तीनों भुजों का योग मालूम है ऐसा बनाग्री कि उसके कोन दिये हुए त्रिभुज के कोनों के बराबर हों ( ११६ ) त्रिभुज अ ब स के बहि: कोन ब स द को रेखा स य और कोन व अस की रेखा अथ दो २ बराबर हिस्सों में बांटती हैं और
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