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(३२)
और असब रेखा ब द और स द से दो बराबर हिस्सों में बांटे जायं वो साबित करो कि बस द समदिबाहु त्रिभुज है
(१३) ब अ स त्रिभुज का ब कोन अ कोन से दूना है अगर बद रेखा ब कोन को दो बराबर हिस्सों में बांट कर असमज से द विन्द पर मिले वो साबित करो कि ब द बराबर है अद के
(१४) पहले अग्राय को पांचवों साधा में अगर फस और ब ज मिन्दु इपर मिलें तो फह बराबर जह के होगी
(१५. पहले यध्याय की पांचवीं साधा में ग्रगर फस ग्रौर ब ज बिन्द ह पर मिलें तो अह रखा बअस को न कोदो बराबर हिस्सों में बांटेगी
सवालात इतिहान साध्य १ से ६ तक (१) पहली साधा में निर्दिष्ट ग्रार कर्णोय बतायो। (२) परिमित सीधी रेखा से क्या मतलब है और उसका बिलोम क्या है
(३) अगर पहलौ साधा में अब के दूसरी ओर एक और मम त्रिवा. हु त्रिभुज बनाया जावे तो दोनों त्रिनों से मिल कर कोनसी शकल पैदा होवेगी (४) दूसरी साधा की कितनी मूरतें हो सकती हैं (१) जब दिया
हुया बिन्द न दी हुई रेखा में हो और न उसके बढ़े हुए हिसे में हो (२) जब वह रेखा के भीतर हो या उसके बने हुए
हिस्से में हो (३) जब वह रेखा के सिरे पर हो (५) एक रेखा में से जो दोनों ओर अपरिमित है एक रेखा की ल. म्बाई के बराबर कैसे काट सकते हैं ।
(६) क्यान करो कि ३ अवायोपक्रम में जो परकार का ख़ास और परिमित काम रक्खा गया है इसकी वजह से दूसरी और तीसरी साधा को क्यों ज़रूरत हई क्या यह जरूर है कि दूसरी साधा में सिर्फ समत्रि. बाहु त्रिभुज बनाया जावे क्या हम इस जगह समदिवाह त्रिभुज बना सकते हैं
(७) चौथी पाकल के कल्पित अर्थ और फल में कितने कितने हिस्से है उनको वयान करो
(८) चौथौ साधा को किस सीति से सिद्धि किया है और उमरीति में कोनसा स्वयंसिद्ध काम में लाया गया है
(E) हर त्रिभुज में कितने हिस्से होते है (जबाव ) तीन सजा पौर तीन कोने
(१०) एक त्रिभुज को दूसरे त्रिभुज के बराबर साबित करने में कम से कम कितने हिम एक विभुज के दूसरे त्रिभुज के बराबर होने चाहिये ( जवाब ) साधारण रीति से कोई तीन सिवाय तीन कोनों के, इसका मुख़्त पाठ, छब्बीस, चार साध्य में हुया है
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