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(८०)
भुज से बड़ी नहीं है क्यों ज़रूरत है (१४) “अगर दो त्रिभुजों में से एक निमुन की कोई तीन मिकदारें दूसरे त्रिभुज की उन्ही तीन मिकदारों के अलग अलग बराबर हों तो लि. भुज हर सूरत में यापस में बराबर होंगे” क्या यह प्रकल हर सूरत में सही है इन सब सूरतों का बयान करो कि जिनमें त्रिभुजों की बराबरी की उक्त दस ने पहले अध्याय में जिक्र किया है कौनसी मरत उक्त दम ने नहीं बयान की है (जवाब ) टिप्पणी नम्बर २ माधा २६ देखो (१५) २६ वी माधा की दूसरी सूरत का विलोम बयान करो कौनमौ हालतों में वह सही है इसको साबित करो
परिभाषा एकान्तर कोन उन कोनों को कहते हैं जो दो सीधी रेखा किसी तीसरी सीधी रेखा से उस अव/ के दो बिन्दुओं पर मिलकर उस पर दो कोन यामने सामने की तरफों में बनाती है जैसे इस तस्वीर में कोन अब स और ब स द एकान्तर कोन हैं
साध्य २७ प्रमेयोपपाद्य सा० मत अगर एक सीधी रेखा किसी और दो सीधी रेखाओं पर गिर कर एकान्तर कोन एक दूसरे के बराबर बनावें तो वह दोनों सीधी रेखा समानान्तर होंगी
वि० मत्र फ़र्ज़ करो कि यफ सीधी रेखा अब और स द दो सीधी रेखाओं पर गिर कर अयफ और यफद एकान्तर कोन एक दूसरे के बराबर बनाती है
तो अब समानान्तर होगी सदके व य/ अ
उप. अगर अव समानान्तर स द के द म नहो तो अब और सद बढ़कर किसी तरफ चाहे ब और द की तरफ़ या अऔर स की तरफ़ कहौं मिल जायंगी
अगर मुमकिन हो तो फ़ज़ करो कि अब और सद् बढ़ कर व और द की तरफ ज बिन्दु पर मिल जायंगी
नाता ह
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