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( ६४ )
टि. ३ इस अध्याय की पहली साध्य इस साध्य की एक खास सूरत है क्योंकि इस साध्य में अगर अ, ब और स आपस में बराबर हों तो यह साध्य और पहली साध्य एकही हो जायंगी यह भी जाहिर है कि फज अाधार को दूसरी तरफ एक और ऐसा त्रिभुज बन सकता है कि जिसकी भुज दी हुई तीन सीधी रेखायों के बराबर हों
अभ्यास (४७) दिये हुए त्रिभुज के बराबर त्रिभुज बनायो (य) दिये हुए ऋजभुज क्षेत्र के बराबर ऋजभुज क्षेत्र बनायो
साध्य २३ बस्तूपपाद्य सा. सूत्र दी हुई सीधी रेखा के दिये हुए बिन्दु पर दिये हुए सरल कोन के बराबर कोन बनाओ
वि० सूत्र फ़र्ज़ करो कि अव दी हुई सीधी रेखा है और उसमें अदिया हुआ बिन्दु है ओर द स य दिया हुआ सरलकोन है
अब सीधी रेखा के प्रबिन्दु पर कोन बनाना है जो द स य कोन के बराबर हो द--- य फ __ अं सद और स य में द और य बिन्दु लो द य मिलाओ
अवा० १ अव पर अफज एक ऐसा त्रिभुज बनाओ कि उसकी भज तीन सीधी रेखाओं सद, द य और स य के बराबर इसतरह से हों कि प्रफ बराबर हो स द और फ ज बराबर दय के और जअ बराबर य स के
सा. २२ तो फज कोन बराबर दस य कोन के होगा उप. चूंकि फम और अज अलग २ बराबर हैं दस और स य के
और फज आधार बराबर है दय आधार के
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