________________ द्वितीय परिच्छेद Tara OwnORS स भरत क्षेत्र में पाडलिपुत्रक नामक प्रसिद्ध नगर है, वह नगर इन्द्र के नगर की स्पर्धा करने वाला, * बहुत समृद्धिमान् है, जहां पर लक्ष्मी और सरस्वती अपना सहज और प्रसिद्ध वैर छौड़कर आपस में प्रीति से पुरवासियों में खेलती थीं। उस नगरी में सूर्य के समान तेजस्वी, शत्रुओं को सिंह की तरह भयभीत करने वाला, राजा के छियानवें (96) गुणों से युक्त राजा पाल स्नेह दृष्टि से समस्त प्रजा को पुत्रवत् देखता हा राज्य करता था।" इसका पुत्र कीर्तिकेय के समान अद्भुत पराक्रमी, कुलरूपी गगनाङ्गण में सूर्य सदृश रत्नपाल नामक हुआ। बहोत्तर P.P. Ac. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust