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रणावेगळ.
११ आ वृत्त अमारा नामथी नवुं रच्युं छे. शनो छ थायछे अने र नों ड. थायछे, एटले. रणछूड एम शब्द थयो तेमां उ नो ओ धतां रणछोड एम छेवटे थाय छे..
२११५१ शार्दूल १२, ६ यति म, स, ज, सर,म.. १०,०७३. बारे छे यति छेवटे म स जसा, राम शार्दूले तो..
१) शब्दकल्पद्रुम, वृत्तरत्नाकर अने छंदोमंजरीमां ए. प्रमाणे यति छे. ११५२ मंजीरा, मंजीर १९, ९ यति म, म, भ, म, स, म: १.२,६७३
८
मंजीरामांहे खंडे यति, मामा भामसमा आणोजी.
११ ए नाम छंदः प्रभाकरमां छे, तेमां लक्षणमां यतिः कही नथी, पण उदाहरणमां उपर मुजब यति पाळी छे, २ मंजीरा नाम : वाग्वल्लभमां छे, पण तेमां तथा प्राकृतपिंगळसूत्र अने वाणीभूषणमां यति कही नथी, पण छंदः शास्त्रनुं टिप्पण, छंदः पारिजात, छंदोवृत्तमुक्तावली अते. पिंगळा दर्शमां उपर प्रमाणे यति छे.
११५३ चित्रलेखा १ ४, ७, ७यति २: म, न, न, त, त, म. १८९३७,
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४ ७.
मानानात, तम युग हये छे, यति चित्रलेखामां
२४१५४ परामोद
१. १७ वर्णमां अंक १११६ मे आ नामनुं वृत्त छे:
२ वृत्तरत्नाकर, छंदोमंजरी, अबे शब्दकल्पद्रुममा ए यति छे
समवृत्तः
य, स, स, ज, न, म.. ३१,४५०..
परामोद विषे यससाज नाम खचित आवेछे.
न, न, म, न, न, म. ३२,३२०..
१११५५ विलुलितवनमाला. विलुलितवनमालामां नन मनन म आवेछे.. ११५६ सिंहविस्फूर्जित. ५, ६, ७ यति. म, म, भ, म, य, य. ३७,२४९ माम्भा माया. या पांचे पट साते, सिंहविस्फार्जते छे..
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वृत्तरत्नाकरना परिशिष्टमां आ नाम तथा यति छे,
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