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समवृत्त
| নষ্ট, • mmmmmmmmmmmmmmmmmm - एनप्रमाणे चार, आठ, इत्यादि वर्णो पछीने माटे पण समजी लेवु.
चार वर्णना जगणादि गुर्वन्त शब्द मध्यम.
"विभावरी संग कोक शोक लाग्यो बाढन है" एमां आरंभमां "विभावरी" शब्द जगणादि छे, अने चार वर्णनो पूरो शब्द छ, तथापि अंतमा गुरु होवाना कारणथी मध्यम छे.
चार वर्णना तगणादि गुर्वत शब्द मध्यम.
"धर्मध्वजा धारी है विचारत न बात नेक"एमां आरंभमा “धर्मध्वजा" तगणादि शब्द जो के चार वर्णनो पूरो छे, तथापि गुर्वन्त होवाना कारणथी मध्यम छे.
चार अक्षरना मगणादि गुर्वन्त शब्द मध्यम.
"धर्माचारी धर्मकी कहानी कहें लाख भांति" एमां आरंभमा “धर्माचारी" शब्द मगणादि चार अक्षरनो पूरो छे, तोपण गुर्वन्त होवाथी मध्यम गणायछे.
चार वर्णना यगणादि गुर्वन्त शब्द मध्यम. .. "समाधानी करत रहत समाधान सदा"एमां आरंभमां "समाधानी" यगणादि शब्द जो के चार वर्णनो पूरो छे, तथापि गुर्वन्त होवाना कारणथी मध्यम छे.
एज प्रमाणे चार, आठ, इत्यादि वर्णो पछीना वर्ण माटे पण समजवू.
नियम बीजो. - जो कोइ शब्द ५, ९, १३, १७, २१, २५, अथवां २९ अक्षर उपर समाप्त थाय तो तेना अंतमां लघु गुरु (15)
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