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रणपिंगळ.
प्रथम पदे न ज न ग छे,
२
उदया नेत्र स भ स छे;
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तृतीय चरण न न न ल गा, चोथे वर्ण दश म न न गा.
१५७ सौराङ्गी.
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१. स स ज ग = १० सहजा अंक ४६८
१५६ नालीका. २. सभरल ग=११ सीधु. अंक १९९ ३. त ज र = ९ रवोन्मुखी. अंक ३८१ ( ४. मसजग = १० विराट अंक ४६६ प्रथमे स स जाग नालीका,
स भराला ग द्वितीय छे कोका ! त्री त ज रा तमे करो,
चोथे पाद म सा जगा घरो.
१५८ मक्षुमतिका.
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" ४६८ ४६६
१. स स ज ग = १० सहजा. अंक ४६८ २. स भ र ल ग = ११ सीधु. ५९९ ३. स स ज ग = १० सहजा. ४. म स ज ग - १० विराट. प्रथमे स स जाग थाय रे, पद बीजे स भ रा लगा धरे; तृतीये स स जाग कार छे, सौराङ्गी म स ज ग चार छे.
विषमवृत्त.
१. न ज ज ल ग = ११ सुमुखी. २. भ भ भ ग = १०
३. न भ भ ग = १० ४. भ ज त ग = १० प्रथम पदे न ज जा लघु गा,
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६२३ विश्वमुखी. ४०९ शरत. ४९१ खेटक. ४१९