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वर्णदंडक
वर्गमेळ.
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आववा जोइये. परंतु तेना अंतमां जो वे गुरु (ss) आवे तो तेनी गति सर्वथा नष्ट तो थती नथी, पण मध्यम श्रेणीनी तो अवश्य थइ जायछे:
निर्दोषनुं उदाहरण. "सिन्धुको सपूत सुत सिन्धुवनयाको बन्धु"-इ.... एमां "तनया" शब्द तेर अक्षर उपर समाप्त थायछे, अने तेना अंतमां लघु गुरु (15) छे, तेथी ते निर्दोष छे. .
बे गुरु मध्यमर्नु उदाहरण. "आज सुदामाके खाइ तन्दुल अघाने इमि.” इ एमां "सुदामा" शब्द पांच वर्णपर समाप्त थायछे, अने तेना अंतमां बे गुरु छे, तेथी गति मध्यम थइ गइ छे.
. दूषितर्नु उदाहरण, "निरखि श्याम सुघर धीरज धरै न मम"-इत्यादि. तथा "निरखी मृदु निकाइ धीरज धरै न मन” -इत्यादि.
आ बने उदाहरणोमां "श्याम" तथा "मृदु" शब्दो पांच वर्ण पर समाप्त थायछे, परंतु तेना अंतमां लघु गुरु (15) अथवा बे गुरु (ss) न होवाथी गति बगडी गइ छे. ___ एज प्रकारे नव, तेर, सत्तर, इत्यादि अक्षर पर पूर्ण थता शब्द विषे पण समनी लेवु.
नियम त्रीजो. - ५,९, १३, १७, २१, २५ अने २९ वर्णोनी पछी आवनारो शब्द जो एक वर्णनो होय तो ते गमे तो लघु होय अथवा गुरु होय तो चाले; परंतु ते जो एकथी वधारे अक्षरनो होय तो तेना आदिमां लघु आणवो जोइए,
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