________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
रंगपिंगळ.
समत.
wwwwwww....
६,९९,०५१
१२५० गंडकार, गंडकी,
मंडिका, गांजका, रज,र, ज,र,नं,ग,ल. इद्रश३, मादश दंडिका', वृत्त५, चित्रहत्तरल्यका". राजरा जराज गौल गंडका चं गंडकी विर्षे कराय.
१ गंडको नाम प्राकृतपिंगळसूत्र, छंदोमंजरी, अने वाणीभूषणमां छे, पण त्रणे ग्रंथोमा यति कहीं नथीं. २ ए नाम भगवपिंगळमां छे, तेमां यति. कही नथी. ३ ए. बंने नामो वागवल्लभमां छे, पण तेभा यति नथी. ४ भाषा छंदोमंजरी. ६ छंदःशास्त्र अने छंदोमंजरी प्रमाणे वृत्त नाम छे, तेमां पादांते यति कही छे; शब्दकल्पद्रुममां ए. नाम छे, पण तेमां यति नथी. ६ छंदोमंजरीमां गंडकातुं ए. नाम छे, पण तेमां यति कहीं नीं. ७ गणप्रस्तार प्रकाशमां ए नाम अने १२, ८ यति छे. छंदोवृत्तमुक्तावलीनी लिखित प्रतिमां आ मापर्नु मंडक वृत्त लख्युं छे, ते नकुंज नाम होय के गंडक ने बदलें लिखित दोष पण होय. १२५१ मधुकर, महूअर'. न,य,न,य,भाभ,ग,ले. ७,४६,४४९: मधुकरमाहे न य नय भाभा गाल कराय सदाय.
१ मागधी पिंगळछंदोग्रंथमा ए नाम छे. १२५२ मनोभव.६,६,८यति. स,स,स,स,स,स,ल,ल. ८,९८,७८०
रस चक्र दिशा, यति सास ससा,स सलाल मनोभव. पिंगळादर्शमां ६,६,६: यति कही छे, पण तेम करतांबे वर्ण खूटेछे एटले अमे आठे मूकी छे.
For Private And Personal Use Only