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पुराणनिर्माणाधिकरणम्
करता है। ___ पण्डित मधुसूदन ओझा शोध-प्रकोष्ठ की निदेशक प्रोफेसर प्रभावती चौधरी को मैं हार्दिक बधाई देता हूँ जिन्होंने इस महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ के समालोचनात्मक संस्करण के प्रकाशनार्थ अपेक्षित सम्पूर्ण प्रक्रिया को परिश्रम एवं उत्साहपूर्वक सम्पन्न किया है। संस्कृत विभाग में पूर्व अतिथि-शिक्षक डॉ. छैलसिंह राठौड़ ने 'पुराणनिर्माणाधिकरणम्' के भाषानुवाद का श्रमसाध्य कार्य सम्पन्न किया है अतः वे धन्यवादाह है।
यह प्रसन्नता का विषय है कि इससे पूर्व भी शोध-प्रकोष्ठ पन्द्रह पुस्तकों का सानुवाद, सटिप्पण प्रकाशन कर चुका है। मैं आशान्वित हूँ कि प्रकाशन की इसी कड़ी में 'पुराणोत्पत्तिप्रसङ्ग भी भाषानुवाद एवं समालोचनात्मक सटिप्पण शीघ्र ही प्रकाशित होगा तथा पण्डित मधुसूदन ओझा शोध-प्रकोष्ठ की यह साधना अनवरत वेदविद्या के महायज्ञ के अनुष्ठान में अपनी आहुति प्रदान करती रहेगी।
प्रो. (डॉ.) भँवरसिंह राजपुरोहित
कुलपति जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर
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