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मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ
उपचार :
कारण अनुसार उपचार होता है । दवाईयाँ; श्वासोच्छ्वास की मशीन BiPAP या CPAP
का उपयोग भी करना चाहिए । (४) अतिनिद्रा :
दिन की निद्रा सहित अति (जरुरत से ज्यादा) निद्रा होना, जिसके कारण निम्नलिखित है । (१) निद्राप्रद दवाई, चक्कर की दवाई, डीप्रेशन की दवाई या
नियमित नशीले पदार्थो के सेवन से । (२) गंभीर बीमारी । (३) ओपरेशन के बाद एनेस्थेसिया की असर । (४) डीप्रेशन - हताशा । (५) चयापचय की तकलीफ, थाईरोइड, एडिसन डिसीज । (६) मस्तिष्क का संक्रमित बुखार, वायरस, क्षार तत्त्व की
कमी। (७) तंद्रावस्था । (८) दिन की अतिनिद्रा (Narcolepsy) अनियंत्रित निद्रा (Narcolepsy) :
ग्रीक शब्द Narken अर्थात् झपकी आना, Leptos अर्थात् कब्जे में लेना, इसके उपरसे अनियंत्रित निद्रा (Narcolepsy) नाम दिया गया है। जिसके मुख्य चार लक्षण - दिनमें ज्यादा सोना, केटाप्लेक्सी, निंदमें क्षणिक पक्षाघात होना और विचित्र स्वप्न आना है । इसके अलावा रात की निद्रा खराब होना और अनैच्छिक व्यवहार करना भी महत्वपूर्ण लक्षण है। काफी मरीजों में यह रोग वंशानुगत होता है और जिंदगीभर रहता है।
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