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___ 11 - निदा-विकार और उपचार (Sleep Disorders)
135 है। मोटे शरीरवाले व्यक्तियों में यह लक्षण पीकवीकीअन (Pickwickian syndrome) सिन्ड्रोम के नाम से जाना जाता है। प्रौढ, पुरुषो में यह रोग ज्यादा होता है । स्थूल शरीरवाले व्यक्तिको निंद में जोर से खर्राटे आते हो तो यह रोग के बारे में सोचना चाहिए । इस रोग के निदान
में पोलीसोम्नोग्राफी टेस्ट मुख्य है । उपचार : • शराब जैसे नशेयुक्त प्रवाही से नशा करना छोड़ देने से
श्वसनमार्ग सरल बनता है । वज़न कम करना चाहिए। चित्त (supine) सोने की आदत छोड देनी चाहिए और मुंह में जीभ अंदर न चली जाए ईसलिये योग्य साधन का उपयोग आदि से श्वास लेने में सरलता रहती है और नाक से श्वास लेने की आदत डालनी चाहिए। दायें या बायें करवट बदल के सोने से राहत मिल सकती है। कई बार सर्जरी द्वारा भी श्वासावरोध घटाया जा सकता है। कई बार श्वासोच्छ्वास की मशीन (CPAP) तथा श्वासनली में छिद्र की भी जरूरत पड़ती है । मोडाफीनील जैसी दवाई से दिन की ज्यादा नींद कम हो
जाती है। (b) Central Sleep Apnea कारण :
अज्ञात कारणों से । मस्तिष्क की बीमारी (Brain stem dysfunction) । STT TEATA 37f-12FFISTOIT (Cheyne-Stokes Breathing)। ओक्सिजन की कमी (ऊँचाई पर, फेफड़े की बीमारी) । हृदय और फेफड़े से संबंधित बीमारी ।
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