Book Title: Mastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Author(s): Sudhir V Shah
Publisher: Chetna Sudhir Shah

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Page 300
________________ डॉक्टर के पास जाओ तब ... (१) डॉक्टर के पास जाने से पहले अपनी एपोइन्टमेन्ट (मुलाकात का समय) निश्चित कर लेनी चाहिये । (२) आपकी सभी समस्या की लिस्ट, समयानुसार, निश्चित क्रम में संक्षिप्त नोंध करके ले जानी चाहिये । " (३) डॉक्टर समक्ष आपकी समस्याएँ संक्षिप्त में मुद्दानुसार बतानी चाहिये । डॉक्टर समक्ष आपकी समस्या का वर्णन करें। आपने मान लिया है ऐसा निदान नहीं बताना चाहिए (जैसे कि "मुझे गले में दुःखता है, ' ऐसा कहो । “टोन्सिल हो गया है" ऐसा नहीं कहना चाहिये) । (४) आपके भूतकाल की सभी महत्वपूर्ण बीमारियाँ, उससे सम्बन्धित तबीबी परीक्षण, उपचार, शस्त्रक्रियाएँ इन सभी को ध्यान में रखकर व्यवस्थित फाईल बनाकर साथ में रखनी चाहिये । यदि आपकी वर्तमान समस्या का पिछली बीमारी या बीमारियों से सम्बन्ध हो तो वह डॉक्टर को बताना चाहिए, कभी रक्त लिया हो तो भी अवश्य बताना चाहिए । (५) आपके परिवार में नजदिकी रिश्तेदार को क्षय, हाई ब्लड प्रेशर, डायाबिटीस, हृदयरोग, मिर्गी, यकृत या मूत्रपिन्ड की बीमारी, जन्मगत विकलांगता, अस्थमा, जोड़ो का दर्द या अन्य कोई विशेष बीमारी हो तो यह बात तथा उस व्यक्ति के साथ आपका क्या रिश्ता है वह भी डॉक्टर को बताना चाहिये । (६) दुविधा में रहकर डोक्टर से किसी भी प्रकार की जानकारी छूपानी नहीं चाहिये । मुख्यतः आयुर्वेद, होमियोपथी, यूनानी इत्यादि कोई दवाई चलती हो तो उसकी जानकारी पूरी तरह से डॉक्टर को देनी चाहिये । शक्य हो तो दवाई साथ में ही लेकर जाना चाहिये । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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