________________
18- मोटर न्यूरॉन डिसीज़ (Motor Neuron Diseases)
अंत में जब इमोशनल लेबिलिटी (असंतुलित, अस्थिर भावुकशीलता) डिप्रेशन, अनैच्छिक हंसना, रोना इत्यादि हो तब उसके संबंधित मेडिकल उपचार करवाना चाहिए । श्वास के स्नायु का व्यायाम आरंभ से ही करना चाहिए । कवचित् अंततः वेन्टिलेटर मशीन से श्वास में मदद करके मरीज़ की आयु कुछ समय के लिए बढ़ा सकते हैं । नर्सिंग केर, सगे-संबंधियों का स्नेह, डॉक्टर का उष्मापूर्ण अभिगम इत्यादि, इन मरीजों की पीड़ा में एक सहारा साबित होता है । जो इस कष्टदायक असाध्य बीमारी में मरीज को शेष बचे जीवन में दुःखों को झेलने की ताकत देता है ।
209
विशेषतः आजकल स्टेमसेल थेरपी, ये रोग के दर्दीओं के लिए भविष्यकी आशाका किरण है । शायद इससे ये रोग काबूमें आ सकता है । हालाँकि अब तक कोई ठोस परिणाम मिला नहीं है।
इस बीमारी के मरीज़ों का एक संगठन भी "मोटर न्यूरोन डिसीज़ एसोसियेशन" अस्तित्व में है, जिसका संपर्क किया जा सकता है।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org