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प्रथम नरेश्वर और प्रथमतीर्थङ्ककर भगवान ऋषभदेव १ भगवान का कर्मभूभियोग्य विविध कला सिखाना
३ भरत चक्रवर्ती की आयुधशाला में चक्र का प्राकट्य २ ब्राह्मी सुन्दरी को ब्राह्मी लिपी आदि सिखाना
४ समवशरण में चतुर्विध संघ स्थापन बारह परिषद में धर्म देश ५ कैलाश पर्वत पर निर्वाण, सिद्ध शिला पर विराजमान प्रभु
चित्रकार-इन्द्र दुगड जैन भवन के सौजन्य से
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