Book Title: Manidhari Jinchandrasuri Ashtam Shatabdi Smruti Granth
Author(s): Agarchand Nahta, Bhanvarlal Nahta
Publisher: Manidhari Jinchandrasuri Ashtam Shatabdi Samaroh Samiti New Delhi

View full book text
Previous | Next

Page 280
________________ ३६८ भद्रनंद संधि राजलाभ P/. राजहर्ष १७२५ चारित्र राप्राविप्र बीकानेर ३९९ भरतसंधि पद्मचन्द्र P/. जिनचन्द्रसूरि बेगड १८वीं वृद्धि जेसलमेर ४०० भरत बाहुबली रास भुवनकोत्ति P/ ज्ञाननंदि १६७५ जेसलमेर अ० ४०१ भवदत्त भविष्यदत्त चौपई दयातिलक P/. रत्नजय १७४१ फतेहपुर अभय बीकानेर ४.२ भीमसेन चौपई जिनसुन्दरसूरि बेगड १७५८ सवालख कुंडपारा ग्राम ४०. , , विद्यासागर P/. सुमतिकल्लोल १७वीं आचार्यशाखा भंडार बीकानेर ४०४ भुवनानन्द , सुमतिधर्म P/. श्रीसोम १७२५ आसनीकोट दान बीकानेर ४०५ भृगुपुरोहित , जयरंग P/. नेमचन्द १८७२ लखनऊ अभय बीकानेर ४०६ भोज चरित्र ,, हेमाणंद P/- हीरकलश १६५४ भदाणइ ४०७ भोज चौपई कुशलधीर P/. कल्याणलाभ १७२६ सोजत विनय ४८६ ४०८ भोसर रासो खेता P/. दयावल्लभ १७५७ अभय-आचार्यशाखा भंडार बीकानेर ४०६ मंगलकलश चौपई जिनहर्ष P/. शान्तिहर्ष १७१४ अभय बीकानेर हरिलोहावट विनय २३६ ४१० , , रंगविनय P/. जिनरंगसूरि जिनरंगीय १७१४ अभयपुर पाटोदी दि० भंडार जयपुर ४११ ,,, रत्नविमल P/. कनकसागर १८३२ बेनातट अभय बीकानेर ४१२ , , लखपत S/. तेजसी १६६१ थट्टा तपा भंडार जेसलमेर ४१३ , रास कनकसोम १६४६ मुलतान अभय बीकानेर विनय १६७ ४१४ मणिरेखा चौपई हर्षवल्लभ P. जिनचन्द्रसूरि १६६२ महिमावती ४१५ मतिमूत्तिमंडन चौढालिया हेमविलास P/. ज्ञानकोत्ति १९वीं हरिलोहावट ४१६ मतिसागर (रसिकमनोहर) चौपई विद्याकीर्ति P/. पुण्यतिलक १६७३ सरसा अभय बीकानेर ४१७ मत्स्योदर चौपई पुण्यकोत्ति P/. हंसप्रमोद १६८२ वीलपुर ... लब्धोदय P/. ज्ञानराज १७०२ बाल राप्राविप्र चित्तोड़ ४१६ ,, समयमाणिक्य (समरथ) P/. मतिरत्न १७३२ नागोर ४२० , रास जिनहर्ष P/. शान्तिहर्ष १७१८ बाडमेर सेठिया बीकानेर ४२१ मयणरेहा ,, विनयचन्द्र P/. ज्ञानतिलक ? १८वीं ४२२ मलयसुन्दरी चौपई लब्धोदय P/. ज्ञानराज १७४३ गोधूंदा अभय बीकानेर क्षमा बीकानेर ४२३ महाबल मलयसुन्दरी रास चारुचन्द्र P/. भक्तिलाभ १६वीं अभय बीकानेर ४२४ ,, ,, जिनहर्ष P/. शान्तिहर्ष १७५१ पाटण अभय सेठिया बीकानेर बाल २२५ ४२५ महाराजा अजितसिंहजी रो नीसाणी लाभवर्द्धन P1. ,, १७६३ केशरिया जोधपुर ४२६ महावीर रास अभयतिलकोपाध्याय P/. जिनेश्वरसूरि द्वि० १३०७ मुद्रित जेसलमेर भंडार ४२७ महावीर विवाहलो कोतिरत्नसूरि १५वीं ४२८ महाशतक श्रावक संधि धर्मप्रमोद PI. कल्याणधीर १७वों Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300