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जागृति संघ एवं महावीर दिगम्बर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय ने इस समारोह के अवसर पर संवाद व भजन प्रस्तुत किये। श्री हरिराम प्राचार्य द्वारा प्रस्तुत काव्य पाठ विशेष पाकर्षक रहा ।
क्षमापन पर्व समारोह :
सदा की भांति इस वर्ष भी दशलक्षण पर्व समारोह की समाप्ति पर आसोज बुदि 2 दिनांक 10 सितम्बर 1976 को प्रातः काल की बेला में प्रापसी मतभेद भुलाने एवं विश्व प्रेम की भावना को जागृत करने के लिए सामूहिक क्षमापन पर्व समारोह रामलीला मैदान में मनाया गया जिसमें मुनिश्री सुव्रतसागरजी महाराज, श्री मोहन छंगाणी, शिक्षा एवं कृषि मन्त्री, राजस्थान सरकार ने विशिष्ट अतिथि के रूप में पं० मिलापचन्दजी शास्त्री, विधायक श्री फूलचन्दजी जैन एवं श्री श्रीरामजी गोटेवाला, श्रीमती चन्द्रकान्ता डंडिया, ने क्षमा के वास्तविक स्वरूप व महत्ता पर अपने विचार प्रकट किये।
महावीर निर्वाणोत्सव :
भगवान् महावीर के उपदेशों के प्रचार व प्रसार के उद्देश्य से इस समारोह का आयोजन निर्वाण दिवस की सांध्य बेला में 23-10- 6 को बड़े दीवान जी के मन्दिर में श्री सुभद्र कुमारजी पाटनी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुप्रा । सर्वश्री डा० कस्तूरचन्दजी कासलीवाल, अनूपचन्दजी न्यायतीर्थ, मोहनलालजी रावका, कपूरचन्दजी पाटनी, ज्ञानचन्दजी बिल्टी वाले, पं० हुकमचन्दजी भारिल्ल प्रादि ने महावीर भगवान् के उपदेशों व सिद्धान्तों पर अपने विचार प्रकट किये। श्री राजमलजी बैगस्या द्वारा काव्यपाठ व महिला जागृति संघ द्वारा संवाद प्रस्तुत किये गये ।
2500वां निर्वाण महोत्सव समापन समारोह :
आल इण्डिया दिगम्बर जैन भगवान महावीर 2500वां निर्वाण महोत्सव सोसाइटी द्वारा आयोजित समापन समारोह में सम्मेलन के अतिथियों के सम्मान में स्वल्पाहार का आयोजन किया गया एवं सभी कार्यों में कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग दिया गया।
जैन मेला :
गत वर्ष के सामूहिक स्नेह मिलन समारोह की सफलता से प्रभावित होकर इस वर्ष इसे और वृहद् "जैन मेले' के रूप में 14 नवम्बर 1976 को श्री महावीर दिगम्बर जैन उच्च माध्यमिक विद्यालय, सी-स्कीम के प्रांगण में मनाया गया । इस अवसर पर कला प्रदर्शिनी प्रायोजित की गई जिसका उद्घाटन श्री सूरजमलजी वैद द्वारा किया गया। समाज के सभी प्रायु के सदस्यों के लिए विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें प्रौढ. महिलाएं व पुरुषों की संगीत कुर्सी दौड़, एवं बच्चों की फेन्सी ड्रेस शो का कार्यक्रम विशेष आकर्षक रहे । सभी विजेताओं को श्री माणकचन्दजी सौगाणी, विधायक द्वारा पारितोषिक प्रदान किये गये। इस अवसर पर समाज की विभिन्न सहयोगी संस्थानों ने भी अपनी-अपनी स्टालों द्वारा लागत मूल्य पर पेय व भोज्य सामग्री उपलब्ध कराई । हाथी, घोड़े एवं झूले प्रादि मनोरंजन के साधन भी लागत मूल्य पर उपलब्ध कराये गये। शाम को सभी ने अपने-अपने मिठाई रहित भोजन से सहभोज किया ।
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