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छन्द संख्या
८३-८४
८६.८८
१३-९६ ९७-१०० १०१-१२० १२१-१३१
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मदनजुद्ध काव्य विषय
मदन की धर्मपुरी पर चढ़ाई विवेक का आदीशवर से मिलना भटग़ज माह मदन की सहायता हेतु जाता है ग्यारह प्रकार के अपशकर आदीश्वर पर मदन की चढ़ाई आदीश्वर ई. सुन शनों का वर्णन दोनों सेनाओं का तुमुल युद्ध विवेक का पराक्रम आदीश्वर प्रभु का हाथी जते रथ पर सवार होकर
युद्ध-भूमि में प्रवेश आदीश्वर प्रभु द्वारा मदन पर विजय आदीश्वर प्रभु द्वारा मोह और कलिकाल पर विजय आदीश्नर प्रभु द्वारा धर्मोपदेश चतुर्विध संघ का एकत्रित होना लोक-अलोक-वर्णन नरकगति-वर्णन तिर्यञ्चगति-वर्णन मनुष्यगति-वर्णन देव गति-वर्णन श्रावक व्रत-वर्णन साधुधर्म-वर्णन आदीश्वर प्रभु को मोक्षप्राप्ति सिद्धक्षेत्र की महिमा मयणजुद्ध की समाप्ति एवं कवि बृचराज की कल्याण-कामना
१३२-१३५
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१३८-१३९
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१४२ १४३
१४६-१५२
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