Book Title: Madanjuddh Kavya
Author(s): Buchraj Mahakavi, Vidyavati Jain
Publisher: Bharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
View full book text
________________ शब्द सीय संताप संबूहि सखाई सुपनि सुमति सुरत 124 मदनजुद्ध काध्य पद्य / पंक्ति शब्द पश पंक्ति संकर - शंकर, महादेव 46/1 सिखरहु - सिर के ऊपर 5012 संकल्प - संकल्प, दृढ़ निश्चय 32/2 सिहिण - स्तन 40/1 संचरियड - संचार किया 1911 सीझहिं - सिद्ध होना 72/1 संजमश्री - संयमश्री 55/2 - मीना 47/2 संडासी - मड़सी 77/2 सील - सच्चरित्र 43/1 - दुख 32/2 सुकल - शुक्लध्यान 15913 संपत्तो - प्राप्त होना 1/4 सुगुरु - सद्गुरू 146/3 - व्यूह रचना 86/2 सुणि - सुनकर 29/1 - सखा या मित्र 115/2 सुनरु - उत्तम मनुश्य 3713 सज्जिअ __ - सज्जित 36/1 - स्वप्न में 24/5 सर - जोर से 132/7 सुभ - शुभ 28/2 सत्ति - सन्यनामक राजा 11/1 सुभलक्षण - शुभलक्षण 1972 - शत्रु 43/1 - सुमति नामकी कन्या 11/1 सभाइ - स्वभाव 145/4 सुरज्ज - सुराज्य 1/3 समप्पिउ - समर्पित 24/3 ___ - श्रुति 135/5 समरु - स्मारक, कामदेव 32/4 सुरभी - गाय 9813 समसरि ___- बराबरी, तुलना 98/2 सुविचक्षण - चतुर 19/3 समाइयइ - समाहित होना 58/2 सुसर - सुस्वर 50/3 सरकि - सरकना 13615 सुहपति - शुभमति 115/1 सरप्पु - श्राप 47/2 सेपिक - श्रेणिक राजा 50/6 सरवण्णु - सर्वज्ञ 58/2 - सेवा करना 14613 सरवत्ति - सर्वज्ञ 144/4 सोक - शोक 32/2 सरवनि - सर्वज्ञ 154/6 सोचकर - सोच-विचार पूर्वक 12/2 सवइ - सभी 27/2 - सोना, सोना था 12/1 सब्बट्ठ - सर्वार्थसिद्धि 1/1 - मैं, हूँ 53/5 सहजि - स्वाभाविक 138/1 हक्कारि __ - बुलाकर 96/1 सहिय - सहन करना 68/5 हणिउ - मारना 104/1 - साथ 140/1 हम - हम 33/2 सागर - सागर 71/4 हर - महादेव 36/2 - सॉप 99/2 हरख - हर्षित होना 53/7 सायण - असाता 15615 हरि - विष्णु 36/2 सार - विशेषता 48/1 - हुए 1/1 सालु - शल्य 12/1 हेटिंद - दबाकर 108/4 सेवहु सोवइ सह सावडू

Page Navigation
1 ... 174 175 176