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लघुविद्यानुवाद
विधि :-इस मन्त्र से सूर्यवात दूर होता है। मन्त्र .-ॐ क्षी क्षों क्षीं हः । विधि -इस मन्त्र से सिर दुखना ठीक होता है। मन्त्र :-ॐ व ॐ सः ॐ ठः स्वाहा । विधि -इस मन्त्र से मक्खियो का उपद्रव नही होता है । मन्त्र -ॐ नमो नमस्त्रित्तये ऊंदर ऊंदर हर हर कर कर चर चर भूवि देसि देसि
दास पुरलु ठः ठः अनगार से वितेकुर्वर २ संहर संहर सर्व भूत निवारिणी
क्ली म्ली क्लीं उत्तालि मालि कालि स्वाहा । विधि -इस मन्त्र से अपस्मार रोग दूर होता है। मन्त्र --ॐ वज्र दंडो महाकाय वज्रपाणि महावलः तेन वज्र दंडन भूमि गच्छ महा
ज्वरे ॐ नमो धर्माय, ॐ नमो संघाय, ॐ नमो बुद्धाय, ॐ मनै मने एकाहिक द्वाहिकः त्र्याहिक चातुर्थिक वेलाज्वर वातिक पेतिक श्लेष्मिकः ।
संनिपातिक सर्व ज्वरान् अमुकस्य ज्वरं बंधामि ठः ठः । विधि :--इस मन्त्र से फल व पानी मन्त्रित कर खिलाने से बुखार दूर होता है । मन्त्र -ॐ हिमवंतस्योत्तरे पार्वे कपिलो नाम वृश्चिकः तस्य लांगुल प्रभावेन भूम्यां
पतउ महाविष । विधि .-इस मन्त्र से बिच्छू का जहर उतर जाता है। मन्त्र :-ॐ इवीं श्रीं प्रदक्षिणे स्वाहा । विधि -इस मन्त्र से भी बिच्छू का जहर उतर जाता है। मन्त्र . -ॐ क्षां क्षीं सूक्षे क्षः । विधि - इस मन्त्र से भी बिच्छू का जहर उतर जाता है । मन्त्र :-ॐ ह्रीं क्रो ठः ठः ठः अष्टादश वृश्चिकारणां जाति छिद छिद भिद भिद
स्वाहा । विधि -इस मन्त्र से झाडा देने पर विच्छू का जहर उतर जाता है। मन्त्र -ॐ अमृत मालिनी ठः ठः स्वाहा । विधि :-इस मन्त्र से बिच्छू का जहर उतर जाता है।