________________
लघुविद्यानुवाद
विधि :- लाल आसन, लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चन्दन, ब्रह्मचर्य से रहना, जमीन पर सोना, लोभ छोडना । मोक्ष के लिए १० हजार जप करना, नष्ट राज्य की प्राप्ति के लिये २० हजार जाप करना, जीतने के लिए ३० हजार जप करना, पाप दूर करने के लिये तीन सौ चालीस हजार या पचास हजार से वचत सिद्धि, ६० हजार से जल मे प्रवेश, ७० हजार से सर्व वश होय, सवा लक्ष ( सवा लाख ) से मनुष्य शिव सुख के समान हो ।
ग्रक भरने की विधि - लाभ तथा सुख के लिए १ अङ्क से भरना, जीतने के अर्थ भरे तो २ से भरना, क्षय करना हो तो ३ अक से भरना, वश करने के लिये ४ अक से भरना । परदेश से बुलाना हो तो ५ के अक से भरना, उच्चाटन करना हो तो ६ के अक से भरना, मोहन करना हो तो ७ के अक से भरना, सर्व कार्य सिद्धि के लिये से और सन्तान तथा गर्भ स्तम्भन, रोग दूर करना हो तो के अक से भरना ॥ २६ ॥
बीसा यन्त्र कल्प
यन्त्र न० २७
श्री
सायन कल्प
101
ॐ हीं स्वाहा
१०
चित पिगल
५५६
by
हन
बीसा यन्त्र .—बीसा यन्त्र कल्प जिसके साथ विधान, यन्त्र और मन्त्र का मिलना भाग्योदय से होता है : यन्त्र के साथ मन्त्र होने से आराधना करने वाले को जल्दी सिद्धि होती है । पहले यन्त्र वना देते है । यन्त्र को ठीक प्रकार से समझ लेना चाहिये । ऊपर बताये हुये यन्त्र का आलेखन अष्टगन्ध से करना चाहिये । और जब सव कोठे तैयार हो जाये तब बीच मे जो यन्त्र हो, खुणिया बताया है बॉयी तरफ के कोठे मे दो का ग्रक लिखना, फिर तीन का, चार का,
उनमे प्रथम छै, सात,