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लघुविद्यानुवाद
यंत्र नं०६०
इस यन्त्र को कागज पर लिखकर, लपेट कर रोगी को सुधाने पर तथा इस यन्त्र मे राई र कर जलाने से भूत जिद उतर जाते है ।।६०॥
यंत्र नं०६१
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श्री
श्री
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इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर गले मे वाघने से शीतल (चेचक) नही निकलती है । जसको निकली है उसकी शात होती है ।।६।।