Book Title: Laghu Vidyanuwada
Author(s): Lallulal Jain Godha
Publisher: Kunthu Vijay Granthamala Samiti Jaipur

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Page 669
________________ लघुविद्यानुवाद ६०५ यत्र न०१८ - इस यन्त्र को कागज पर लिखकर, रविवार के दिन, सूर्य के सामने पानो मे धोकर पीने से वायु गोला का दर्द तुरन्त दूर हो जाता है ।।६।। यत्र न०.६६ - इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर मस्तक पर रखने से कुत्ते का विष दूर होता है ।। यंत्र नं० १०० لع ८६ इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर कमर मे बाधने से घरन ठिकाने पर आ जाती है ॥१०॥

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