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लघुविद्यानुवाद
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यत्र न० ६२
७१ ।।
७१,
७१
७१
इस यन्त्र को भोजपत्र पर लिखकर दायी भुजा में बाधने से, तिजारी बुखार दूर हो जाता है ।।१२॥
यत्र न०६३
७८
७४
७७
इस यन्त्र को मार्ग की बालू पर लिखकर ऊपर कोडा मारने से, गया हुआ मनुष्य घर लौट आवे ॥१३॥