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लघु विद्यानुवाद
भवान्तर स्नेह वैर बध सर्व दुष्ट ग्रहानाकर्षय २ कम्प २ मृत्योरक्षय २ ज्वर भक्षय २ अनलविषहर २ कुमारीरक्ष २ योगिनीभक्षय २ शाकिनी मर्दय २ डाकिनी मर्दय २ पूतनी कम्पय २ राक्षसी छेदय २ कोलिकामुद्रा दर्शय २ सर्व कार्यकारिणी सर्व ज्वर मदिदनिसर्व शिक्षाजन प्रतिपादिनि एहि २ भगवति ज्वालामालिनि एकाहिक द्वाहिक व्याहिक चातुर्थिक वात्तिक श्लेष्मिक पैत्तिक २ श्लेष्मिक सान्निपातिक ( वेला ) ज्वरादिक पात्रे प्रवेशय २ ज्वलि ज्वलि ज्वालावय २ मुच २ मुचावय २ शिर मुच २ मुख मुच २ ललाट मुच २ कठ मुच २ बाहू मुच २ हृदय मुच २ उदर मुच २ कटि मुच २ जानु मुच २ पाद मुच २ श्राछेदय २ को भेदय २ ही मर्दय २ क्षी बोधय २ घूमं २ र र र र र रा रा स घ पातय २ पर मत्रान् स्फोटय २ ॐ ह्रा ह्री
ह्रौ ह्र. घे घे फट् स्वाहा । अस्मिन् दलमध्ये प्रवेशय २ पात्र गृहण २ आवेशय २ ग्रासय २
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पूरय २ खण्ड २ कट कट कपावय २ ग्राहय २ शीर्ष चालय २ भाल चालय २ नेत्र चालय २ वदन चालय २ कण्ठे चालय २ बाहू चालय २ हस्त चालय २ हृदय चालय २ गात्र चालय २ सर्वाग चालय २ लोलय २ कप २ कम्पावय २ शीघ्र अवतर २ गृह २ ग्राहय २ प्रलय २ आवेशय २ ॐ ज्वालामालिनी ही क्ली ब्लू द्वा द्रीक्षा क्षी क्षू क्षक्ष हा सर्व दुष्ट ग्रहान् स्तभय २ हा पूर्व बधय २ दक्षिण बधय २ पश्चिम बधय २ उत्तर बधय २ ठः ठ फट् २ घे घे ॐ र्यू ज्वालामालिनी ह्री क्ली ब्लू द्वाद्री ज्वल र रररररर रारा प्रज्वल २ ह ज्वल ज्वल धग २ धू धू धूमाधकारिणी ज्वल ज्वल ज्वलित शिखे प्रलय धग धगत वदने देव ग्रहान् दह २ नाग ग्रहान् दह २ यक्ष ग्रहान् दह २ गधर्व ग्रहान् दह २ बह्य रक्षस ग्रहान् दह २ सर्व भूत ग्रहान् दह २ व्यन्तर ग्रहान् दह २ सर्व दुष्ट ग्रहान् दह २ शतकोटि देवतान् दह २ सहस्र कोटि पिशाच राजान् दह २ धे धे स्फोटय २ मारय २ दहनाक्षि प्रलय धग धगत मुखि ॐ ज्वालामालिनी ह्री हा सर्व दुष्ट ग्रह हृदय हू दह २ पच २ छिदि २ भिदि २ ह. ह हा हा हे हेहू फट् २ धे २ ॐ म्व्यू ज्वालामालिनि ही क्ली ब्लू द्वा द्वी भ्रा भ्री भ्रू हा. सर्व दुष्ट ग्रहान् ताडय २ हूँ फट् २ . २ । ॐ म्म्ल्यू ज्वालामालिनि ह्री क्ली ब्लू द्वाद्री म्राम्री म्रौ
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हा सर्व दुष्ट ग्रहारणा वज्रमय सूच्या प्रक्षिणी स्फोटय २ प्रदर्शय २ हू फट् २ घे २ । ॐ म्यू ज्वालामालिनि ह्री क्ली ब्लू द्वाद्री हा आ को क्षी या यी यू यौ यू हा सर्व दुष्ट ग्रहान् प्रेषय २ घे २ हू ज ज ज ॐ घ्ल्यू ज्वालामालिनि ह्री क्ली ब्लू द्वाद्री घ्रा घ्री घू घ्रौघ्र. हा. घघ ख ख खङ्ग' रावरण सद्विद्यया घातय २ सच्चन्द्रहास शस्त्रेण छेदय २ भेदय २ जठर भेदय २ झ ख ख ह ह हू २ फट् २ घे २ ॐ म्यू ज्वालामालिनि ही क्ली ब्लूद्राद्री झा को झू झौ झ हा सर्व दुष्ट ग्रहान् वज्रपाशेन बधय २ - मुष्टि बधेन बधय २ हू फट् २ घे २ । ॐ म्यू ज्वालामालिनि ही क्ली ब्लू द्राद्री खा खी खू खौ खू हा सर्व दुष्ट ग्रहारणा अगभग कुरु २
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