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४६६६२
६
४
लघुविद्यानुवाद
४६६६५ ४६६६३
४२०००
यत्र न० ४५
६०००
४६६६६
३
४०००
५
४६०००
1 ३०००
४८००० ४३०००
रात्रि मे लिखते है और धन प्राप्ति अथवा दूसरे किसी काम के लिये बनवाना हो तो पच गध से लिखते है, जिसमे केसर, कस्तूरी चदन, कपूर, मिश्री का मिश्रण होना चाहिये ||४५ ||
४६६१६
लखिया यंत्र दूसरा ॥४६॥
इसको भी दीवाली के दिन मध्य रात्रि मे लिखते है और भ्रष्ट गध से लिखकर यत्र जिसके लिये बनाया हो अथवा उसका नाम लिखकर पास मे रखने से जय विजय होता है व्यवसाय
यत्र न० ४६
५०००
८
1
४६६६४
२०००
४६०००
७
८०००
४६६६५
४४०००
४६६६७
७०००
४५०००
२८६
१०००
४७०००
करते समय जिस गद्दी पर बैठते है उसके नीचे रखने से व्यवसाय मे लाभ होता है । ऊपर बताया हुआ लखिया यत्र भी ऐसे कार्य मे लाभ देता है । जिसको जो यत्र ठीक लगे उसी का उपयोग करे ।