________________
पण्णत्त
अंगसुत्ताणि शब्दसूची
पण्णव इत्ता
१०१ से ३,७ से २२; ११२१, २, ५, ७ से १३; १२।१ ६,१२,१३,१४,१६, १७,३४,४६,१११३३१,४४,४५, से४, ६ से १७:१३।१ से ३, ५ से १४; १४।१ से ३, ५ ११४११,४४से४६,६२, ८६१।१५।१,२२,१११६११, से ७, ६ से १५; १५॥१, ४, ६ से १३; १६३१ से ३,५ २४, ६८ से१००,११६,३२५, ३२७,१११७११, ३७%, से १३; १७।१ से ५, ७ से ८, ११ से १८; १८।१,३ १।१८।१, ६२; १।१६।१, २, ३, ४८, ४६; २॥१॥४ से ७, ६ से १५; १६१, ४, ६ से १२, २०११, ३ से से८,४३, ४५,४६, ५५,५६, ६३,२।२।१,२,३,८,१०%; १३; २१११ से ११; २२।१, ६ से १४; २३।१, ५ से २।३।१, २, ३, ८,१२; २।४।१,२,३, ६,६; २२५२१, ११, २४।१, २, ५ से १२, २५११, ३ से ५, ६ से १५; २, ३, २।७।१, २, ३, २०५१, २, ३, २।६।१, २,३; २६।१ से ८; २७।१, ३ से ५, ७ से १२; २८१ से ४, २।१०।१, २, ७, ८. उवा० १५. अंत० ११३. अण० ७ से १२; २६।१,२ से ८, १० से १५; ३०११, ३,५, १११. पण्हा० ११११२. विवा०१।१।४ . . ८ से १३; ३११२, ४ से ११, ३२।१, २, ४ से ११; पण्णत्तय [प्रज्ञप्तक] भ०१३।१३, २७, ३६ ३३।१ से ३, ५ से ११; ३४११ से ३, ५, ६, ३५११, पण्णत्तरि[पञ्चसप्तति] सम० ७५०१ ५, ६ ; ३६।१;३७।२ से ४; ३८।२ से ४; ३६।२ से ४; पण्णत्ति [प्रज्ञप्ति] ठा० ३।१३६; ४।१८६, २४७.नाया. ४०।२, ४, ५, ८,४११२, ३, ४२।२, ५, ६, ८ से १० १६।१८५. अंत०६७, ७६ ४३।१ से ३,५,४४।१, ३, ४,४५५१से ४, ६, ८,४६।१ पण्णत्तिअक्खेवणी [प्रज्ञप्त्याक्षेपणी] ठा०४।२४० से ३; ४८॥१, ३; १६।३; ५०।४ से ७:५१११, २,५; पण्णत्तु [प्रज्ञापयितु] सू०२।१११५, २५, ३४, ४१ ५२।१, २, ४, ५,५३।१,२,४,५५।२, ५, ६, ५७।१, पण्णरस [पञ्चदशन् ] आ०८०१५॥३६॥४.
ठान २,५; ५८।१ से ३,५६।१; ६०१४ से ६,६१।१ से ३; सम० १५।१४. उवा० ११३८. अंत०८३१ . ६२।१, ४,५; ६३।३; ६४।२ से ६ ; ६५१, ३, ६६।४; पण्णरसइ [पञ्चदश] सम० १५१३ ६७।१ से ४; ६८।१, ४, ६६।१ से ३; ७०।४,५; पण्णरसम [पञ्चदश] ठा०६।९६. सम० १५१३.भ. ७११२; ७२।१,६ से ८; ७३।१७४।४;७६।१७७१३, २०६२. नाया०१।१५।१,२२,१।१६।१. उवा० ११५७; ४; ७६।१, ३, ४, ८०१५, ६, ८१॥३; ८२१३,८४।१, २।१८; ३३१८, ४।१८, ५।१८; ६।३३, ७.५४; ६ से १५; ८५१ से ४,८६॥३, ८७।१ से ६,८८१ ८।२५, ६।१८; १०।१८. विवा० ११३।१४ से ६; ६०१५;६१११, २, ४, ६२१, ३, ६४।१; पण्णव [प्रज्ञावत् ] आ० ० ४११६ ६।२,३;६६।२, ६; ६७१, ३, ६८।१,२,४,७; पण्णव[प्र+ज्ञापय]-पण्णइंसु,भ०८।२६२.-पण्णवइ९६१ से ७; १००१२, ६ से.८,०२, ५, ६, ८, ११, स्सामो,सू०२।१११५.-पण्णवयंति, ठा० ४।१३६. भ. १३, १७ से १६, २३, २४, २७ से ३२, ३७,४१,४३, २०१६६.–पण्णविसु,आ०चू०४१७. -पण्णविस्संति, ४४, ४८, ४६, ५३, ५५, ५६, ५८, ५६, ६४, ६५,६७ आ०८०४१७.-पण्णवेइ,नाया०११६७६.उवा०११७२. से७७,७६,८०,८२,८३,८७से १०८,११२से १२७,१२६, अंत०६।२८.विवा०२।१२३. --पण्णवेंति, आ०४।१. १३१,१३५से १३७,१३६,१४०,१४३,१४४,१४६,१४८ आ० चू० ४।७. सू० ११३॥६६. ठा० ३।३३७. भ. से १५१, १५३ से १६०, १६२ से १६७, १६६, १७२, ११४२०. नाया० १।१६।२६. . पण्हा०. १६. १७४, १७६, १७७,१७६, १८१, १८३, १८६, १८८, -पण्णवेंसु, सू० २।२।१७. -पण्णवेज्ज, भ. १६०, १६४, १६६ से २१०. भ० १११३; ११।१७०.
६।४७. –पण्णवेति, ठा० १०११०३. भ० १६१९१. नाया०१।१७,२११, ११२।१,७३,७७; ११३।१,३५;
-पण्णवेमि, ठा० ३।३३७. भ. ११४२१. -पण्ण१।४।१,२३, ११११,५५,५८,६०,७७,१३०,११६।१,५;
१०.०७.१३०:०६१.५: वेमो, आ० ४।२३. -पण्णवेस्संति, सू० २।२।१७.. ११७।१,४४,११८१,२,२६,१४२,१४३,२३६:१।९।१, -पण्णवेस्सति,ठा०६।६२. –पण्णवेहिति, ठा०६।६२ ५४, ५४।५; १।१०।१, ६; १।११।१, २; १।१२।१,३, पण्णवइत्ता [प्रज्ञाप्य] ठा० ३।८७
४४६
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org