Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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संधिच्छेदग
अंगसुत्ताणि शब्दसूची
संपत्त
५
२।२।१६,३६.भ०७।११९६१६८.नाया०१।१।१०५; १।२।७, ११, १।३।७,८, २०; ११५७; १।१६।६,१०. शा१०२ से १०६, १०६; १९१०. अंत० ३।६७. उवा० ११११; ७।१०, ११, १७, १८,४५. पण्हा०
अणु० ३३५२. पण्हा० ११२६,३।१२,४७, ८, ७।१४ ११३३ से ३५; २।११, ३।३, २३; ४।४; ६।१४, २०% संविच्छेदग[संधिच्छेदक] सू० २।२।१६
७।१२; ६८; १०१७, १५. विवा० २।१।११ संधिच्छेय [ सन्धिच्छेद] पण्हा० ३।३
संपओग[सम्प्रयोग] सू० २।२।५८; २।७।२२.ठा०४।६१. संधिच्छेयग[सन्धिछेदक] नाया० १।२।११; १।१८।२१, नाया० ११२।११,१।१८।१६ पहा० ५।६, ७,६।१० ३०. विवा० ११३८
संपगाढ [सम्प्रगाढ] सू० १।५।१७, ३३; १।१२।१२; संधिच्छेयय[संविच्छेदकसू० २।२।१६
२।६।२२, ४४. भ० ६१४; १६१५२ संधिज्जमाण [सन्धीयमान] भ० ११३७१ संपगिद्ध [सम्प्रगृद्ध ] पण्हा० ४६ संधित[संहित] भ०१।३७१. पहा० ३।५
संपग्गहीय [सम्प्रगृहीत] सम० ३०।१।१६ संधिपाल [ सन्धिपाल ] भ०७।१६६; ११।६२; १३।११५ संपज्जण[सम्प्रज्वलन] सू० ११७।१२ संधिवाल [संधिपाल ] नाया० १।१।२४, ८१, ११८; संपट्टिय[सम्प्रस्थित] भ०५।७६;८।२५१,२५४,६।२०४; ११५९४
१४।१०७;१५४५७, ७२ संधुक्क [सं+धुक्ष् ] –संधुक्के इ, भ० ११।६४. नाया० संपडिबूह [सं+प्रति+बृह,] -संपडिव्हेंति, सू० १।१८।५६
२।२।३१ संधुक्केत्ता[सन्धुक्ष्य भ० ११।६४. नाया० १।१८।५६ संपडिवज्ज [सं+प्रति+पद् ] -सपडिवज्जइ, भ० संधेमाण [ संदधान] आ० ६७१
२१५४ संनिकेत[संनिकेत ] भ० ६।१७२
संपण्ण [ सम्पन्न] आ०चू०१५।७८. सू० १।१५।३,५. ठा० संनिक्खित्त[संनिक्षिप्त] भ० ३।२६८. विवा० १।६।१५ २।४०।३।८८,४।२२६से२३५,२८६,३५६,३८६से ४१०, से २२
४७०से४७६, ५२८; ६।१;७।४३।४से ६।८।१, १८, संनिगास सन्निकाश] भ० २।६६, ६८
१६१०।७१,७२.भ० २५१५५३,५५४.नाया० ११११४, संनिचिय [संनिचित] भ० ६।१३४
२०६; १।२।६६; १।१४।५६, ५७; १।१६।२४. पण्हा० संनिट्टिय[संनिष्ठित] भ० ६।७२
७।१७ से २१. विवा० १०२।३०,१।३।२६,२।१।१६ संनिभ[सन्निभ] उवा० २।२१
संपत्त संप्राप्त ठा०६।६२. सम०४६।२;६३।२; ७७।१ संनिरुद्ध [ सन्निरुद्ध] आ० चू० २।४५. विवा० १।४।१६; भ०२।३०,३३,६८; ३।११६, १२६, ६७२, ८।२५१, ११८१
२६२; ११११५३; १४।१०६; १५२२०; १८।२०५. संनिलयण सन्निलयन] पण्हा० ५।४
नाया० १।१७ से ११, ३३, ६८, ८१, ६७, २०६, संनिवडिय [संनिपतित] भ० ६।१६८. अणु० ३।१७.. २१३ ; ११२।७१, ७७; १।३।३५; ११५३५३; ११६।५; विवा० १।९।५६
१७१४४,४४।८; शा१,३३, ७३; १९१, ५४; संनिविट्ठ [ सन्निविष्ट] सम० ५१।२. भ० ११।१५७. १।१३।४५; १११४११, ८६; ११२२२; १११६।२१, विवा० १।२।१६; ११३१६; १।९।१६, २०
२८४, ३२७,१११७।११।१८।१,५६, ६२,१।१६।१, संनिसज्जा[सन्निषद्या] सम० १२।२।२
४६,४८,४६,२।११४ से ८, ११, २०,४५,४६,५५, संपइ[सम्प्रति] सू० ११२।७५
६३; २।१०।८. उवा० ११५ से ७, २०७२।१,१०,४३; संपउंज [ सम्प्र +युज्] --संपउजे, सम० ३०।१।३० ३११,१०, ४।१,१०, ५।१, १०, ६१,१०, २५; संपउत्त[सम्प्रयुक्त ] सू० २।७।३. ठा० ४।६१; ८।१०. ७।१, १५, ८।१, ११; ६।१, १०; १०११, १०. अंत०
भ०२।९४; १५६; २५।६०१. नाया० १११।६३; ११३ से ७; ४।१ से ३,५१ से ३, ६।४१. अणु०११
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