Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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आगम शब्दकोश
पृष्ठ
शब्द
१४५
अशुद्ध उक्खित्तनिक्खित्तचरग (उद्घांटित) (अवचय)
१४६
उग्घाडिय उच्चय
१४७
१५० १५१
उज्झाबेत्ता उड्ढंकाय
१५३ १५३
१५४
१५५ १५७ १५७ १६३ १६४ १६७
उत्तरभद्दवया उत्तरापोट्टवया उदगपोग्गल उद्दव उद्दवइत्ता उल्लोइय उवक्खडित्तए उवणिहिय उवदंस उवबूहण उवरय
उक्खित्तणिक्खित्तचरग (उद्घाटित) (उच्चय, अवचय) उच्चारपासवणखेल सिंघाणजल्लपारिट्रावणिया समिति भ० २०११४ (उज्झयित्वा) उड्डकाय (उड्डकाक)
सू० १११३४ उत्तरभद्दवया (उत्तराभाद्रपदा) (उत्तराप्रोष्ठपदा) (उदक पुद्गल)
-उद्दवेमो भ० ८।२२८ (उपद्रुत्य) (उल्लोचित) (उपस्कर्तुम् ) (औपनिधिक) (उप+ दर्शय्) (उपबृहण) नाया० १११११८४, १८५ उवसंपजहण्ण (उपादीयमान) (उपासीन) (उपानह) (उपानह) (उद्वेगकारक) (उत्श्लक्ष्णश्लक्ष्णिका) (उच्छ्य ण) (उत्सुकयत्) (एकतोयज्ञोपवीत) एत्तु (अवतीर्ण) (अव+गाह) (ओजःप्रदेशिक)
(उज्झय) उड्ढंकाय (ऊर्बकाक)
सू० ११॥३४ उत्तरभदवया (उत्तरभद्रपदा) (उत्तरप्रोष्ठपदा) (उदक पोद्गल)
-उद्दवेमो भ० २२८ (उप+द्रत्य) (दे०) (उपस्कर्तुम्) (औ निधिक) (उप+दृश्) (उहहण) नाया० १११।१८४।१८५ उवसम्पजहण्ण (उवादीयमान) (उपासमान) (उपानह) (उपानत्) (उद्वगकारक) (उत्श्लक्षणश्लक्ष्णिका) (उच्छ्य न) (उत्सुकयमान) (एकतोयज्ञोतवीत)
१६७
१६८ १६८
१७१
१७४ १७४ १७४ १७५ १७६ १७६ १७७ १८० १८३ १८६ १८७ १८६
उवादीयमाण उवासमाण उवाहण उवाहणा उव्वेयकारय उस्सण्हसण्हिया उस्सयण । उस्सुयमाण एगओजण्णोवइत
ओइण्ण ओगाह ओयपदेसिय
(अवतीण) (अव+ गाह) (ओजप्रदेशिक)
८१८
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