Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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सपरिमाण
आगम शब्दकोश
समइच्छमाण
पण्हा० २।५
३७८, १०६, ११२,१२७, १८६, २३५; ७११७ से सपरिमाण [सपरिमाण] सू० १।१।८२. पण्हा० ३।१६ ११६; ८।३५६; १०१।१, ६७ से ६६, ७२, ६४,६५, सपायपीढ [सपादपीठ] सम० ३४।१
६६; १३१६६; १६।१२१; १७।६५; १८२१२; सपेहिया [संप्रेक्ष्य ] आ० ८।८।२३
२०५७६. नाया० १।२।११, ११।१२,१३, ७२; सप्प [सर्प] ठा० २।३२४. भ० १५।६३ से ६५. नाया० १८७६; १।१३।३, ३६; १।१६।१३६, १३७,२३६;
११८७२; १।६।२०. उवा० २।२२, ३४ से ३८,४०, १।१८।१६; २।९।५; २।१०।५.उवा०२।४०. पण्हा० ४५. अणु०३।५२
१।१८; १३; ८९; २; १०.१५ सप्पभ [सप्रभ] ठा० ४।३३८
सभाव [स्वभाव] ठा० ४।२८६ सप्पभय [सप्रभक] भ० १५।१०१
सभावओ [स्वभावतस् ] भ० १२।४६ सप्पमाण [शप्यमान] पण्हा० ३।१६
सभास [सभास] सम० ७२।७ सप्पसुगंधा [सर्पसुगन्धा] भ० २३।१
सभिक्खुग [स भिक्षुक] सम० ३६।१ सप्पह [सत्पथ] सू० १।३।४६. उवा०७।४८ सम [सम] आ० ५।८६. आ० चू० १।२६; २।१२, ७२, सप्पहारण [ सत्प्रहारण] पण्हा० ३।५
७६; ८.१, २६, ३०; ६।१२; १०।१७. सू०१।२।२६, सप्पि [सर्पिस् ] आ० चू० १।११२. सू० १।५।३६; ३६, ५६, ५८; ११३।६७; २।६।५१, २।७।२७. ठा०
२१३७६से ७८.ठा०४।१८३;६।२३. सम०३०।१११८. २।२६८, २७० से २७२, २७४ से २७६,२८१से २८८, पण्हा० ६।११; १०१६
२९४ से ३०२, ३२६, ३३१, ३४७, ४३८, ३।१३१, सप्पिआसव [सर्पिसास्रव] पण्हा० ६।६
१३२; ४१३४०,३४४,४८१, ४८२; ७।४८१६,७६%3 सप्पिसलग [सपिशाचक ] पण्हा० १०।१५
८.१०; १०॥३४,३५, ३८, ४२. सम०७।२०,२१॥३, सप्पुरिस [सत्पुरुष] सू०२।६।१३. ठा०२।३६८; ४११६६. ४; ४२।६,१०; ६११३; ६४।४; ६७१४; ८६१,२; ७५।२; १०८७. पण्हा० ६२०, ७४२०
६३।३; प्र० ३२, ४१,४६, ५८, ६२. भ. ११३०४, सफल [सफल ] आ० ४१५१. सू० १।८।२३
३१३, ३५७, ४३४,४३५,३१४८, ४६, १४८, १६१, सफा [शफा] भ० २३४
१६२, १८८,१८६५।१६३,६।१५६,१५६%) ७११८, सबर [शबर] भ० ३।६५
१५८, १५६, १६४, १६५; ८।३३०, ४४१, ४४३, . सबरी [शबरी] नाया० १११८२
४८८,४८६, ४६१, ४९४; ६६१, ६२, ६८, १४१; सबल [शबल] ठा० १०।११५. सम०१५।१।१; २१॥१. ११॥३४, १३४, १४२; १२।२०४; २०१६, २८, भ० ३।२५६।१.पण्हा० १०१
३६; २४१२३१, २३३,२४२, २५॥३५२,४६३,४६४; सबलत्त [शबलत्व] आ० २।५४
४११२८, ३१, ३४. नाया० ११२३३, ६५; १।३।१०; सम्भाव [सद्भाव] सू० १।३।४६. सम०प्र० ६०. भ० १५।३७; १।१३।१७; १११४१२४; १।१५।२२।१. १२।११६, २२१, २२३, २२५
उवा० ११४७, ७८, ७६; ७।३३, ७५, ७७, ७८,८०, सम्भावपयत्थ [ सद्भावपदार्थ ] ठा० ६।६
अंत० ३१३६ ६.५२. पण्हा०४१५, ७, ८, ८२,११, सभितर [साभ्यन्तर] नाया ०१।५।१४; १।८।५१ १०।११. विवा०१४।३२; १।६।८; १९५३ सम्भूय [ सद्भूत ] सम० प्र० ६८. नाया० १।१२।१६, समइक्कंत [समतिक्रान्त] नाया० १।१।१५६, १७८
२९, ३१, ३२. उवा० १७८, ७६;७१५१; ८।४६,४६ समइच्छमाण [समतिक्रामत् ] भ० ६।२०६. नाया० सभा [सभा] आ० ६।२।२. आ० चू० १०।२०; ११।८ ११८७० ; १।१६।१६४
१२।५. सू०१।६।२४; २।६।२. ठा० ५।२३५, २३६. सम०६।१०, ३५१५; ३६।२; ५११२. भ० २।११८; १. हे०, ४११६२ ।
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