Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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सुविणजागरिया
आगम शब्दकोश
सुसमसुसमा
१६७६
लक्षण'
११३८
११।१३३ से १३५, १४१ से १४४; १६७७, ८१, सुव्वत्त[ सुव्यक्त] नाया० १।३।२५ ८३, ८५, ६१ से १०५. नाया० १।११०७. अत० सुव्वत्त | सुव्रत] अंत०६।२५ १।१७; ३।६६, ११६
सुव्वत्तक्खर [सुव्यक्ताक्षर ] भ० ६।१४६, १६३ सुविणजागरिया [स्वप्नजागरिका] भ०११।१३५ सुव्वय [ सुव्रत ] आ० ६।६३. आ० चू० १५।२६,३८. सुविणदसण [स्वप्नदर्शन] ठा० ५।१६४; ८।३८. भ० सू० १।२।३, ६७,७४; १॥३॥१५, ३५, ७६; १।८।२,
२६; १११।२५, २।२।६३,७१, २।७।२३,२४.ठा० विणलक्खणपाढय
३११३६, ३१६; ४१४५६. पण्हा० ४।६; ६।२; ७।१; __ से १४३
६।३।१; १०।२३ सविणसत्थ [स्वप्नशास्त्र] भ० ११।१४२, १४३ सव्वया [ सूव्रता [ सम०प्र० २२११२.नाया०१।१४।४० सुविणा [स्वप्ना] ठा० १०।१५।१
से ४२, ५०, ५३, ५४; १।१६।३१६,३२५ सुविभज्ज [सुविभाज्य] ठा० ५।३३
सुस [ शुष् ]-सुस्से,सू० १।२।१६ सविभत्त [सुविभक्त] भ० १।५० ; ११।१३३; १२।१२८. सुसंगोविय [ सुसंगोपित ] भ० १५१८६. नाया० पण्हा० ४१७, ८,५४
१।१।१७ सुविमल [सुविमल ] नाया०१।१।१५४. पण्हा०१०।११ सुसंजय [ सुसंयत ] सू० १।११।१४; १।१६।६ सुविमुक्क [सुविमुक्त ] सू० १।४।५३ ।। सुसंजमिय [ सुसंयमित] पण्हा० ७।१; ८.? सुविरइय [सुविरचित भ० ११३१३३; १२।१२८. सुसंधित [सुसंहित ] सू० २।११५२; २।२।३६
नाया० ११११८; ११८।४६. उवा० ११४७; ७।३३. ससंपग्गहिय [सूसंप्रगहीत ] भ० १५॥८७,८८ पण्हा०४।७, ८
सुसंपरिगिहीय [ सुसंपरिगृहीत] नाया० १।१।१७ सुविरचिय [सुविरचित] भ०६।१४१
सुसंपरिग्गहिय [ सुसंपरिगृहीत] भ० १५॥१८६ सुविलिहिय [सुविलिखित ] नाया० १३१६१८ सुसंवुड [सुसंवृत] सू० १।२।२२,५२ ।। सुविवेग [सुविवेक ] सू० १।२।५१
सुसंवय [ सुसंवृत ] नाया० १।१।२४ सुविसात [सुविसात] सम० २०।१४
सुसंहत [सुसंहत ] पण्हा० ४१८ सुविसुद्ध [सुविशुद्ध] आ० ६।४।६. नाया० १।१।१५६, सुसंहय ] सुसंहत ] पण्हा० ४१७ १६७. पण्हा० १०।२३
सुसज्ज [सुसज्ज] भ०७।१७५,१८४.नाया०१।१६।२४७ सुविसुद्धलेस [सुविशुद्धलेश्य] सू० १।४।५२ सुसण्णप्प [ सुसंज्ञाप्य ] ठा० ३।४७६ सुविहि [सुविधि] सम० २३।३, ४; २४।१; ३२।१।३।। सुसद्द [सुशब्द ] आ० चू० ४।३५, ३६ ७५।१; ८६।१; १००।३; प्र० २२२
सुसमण | सुश्रमण पण्हा०६।३ सुविहिय [सुविहित] सम० प्र० ६६. पण्हा० ७।१; सुसमदुसमा [सुषमदुष्षमा ] आ० चू० १५॥३ ८।१; १०।६, ६, १०
सुसमदुस्समा [ सुषमदुष्षमा ] ठा० १।१३८; ३६२; सुवीर [सुवीर] सम० ६।१४
६।२४. भ०२१३२६ से ३३१,३३३ सुवुट्टि [सुवृष्टि] भ० ३।२६३
सुसमदूसमा [सुषमदुष्षमा ] ठा० १११३०; २।३०३ से सुव्व [ श्रु]-सुब्बए, पाहा० ४।११.-सुव्वंति,पण्हा० ३०५, ३१८; ३१६०; ६।२३. भ० ६।१३४ ४।१२
सुसमसुसमा[सुषमसुषमा] आ० चू०१५।३.ठा०१३१२८, सुव्वतं [श्रूयमाण] पण्हा० ३१७
१४०,२।३१६,३१६०,६२, ११३; ४।३०४से ३०६; सुव्वत [सुव्रत ] ठा० २।३२५. सम० प्र० २३२।
१ ६ ।२३ से२७; १०।१४२.भ०६।१३४,१३५; २५।३२६ २८५५.पण्हा ०८।१
से ३३१,३३३ से ३३५
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