Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 819
________________ <पर्य आगम शब्दकोश दुहओपल्हत्थिया दुपय [द्विपद] ३३।१६ दुविह [द्वि विध] १।१६, २०, २२, ३४, ६१, ६३, ६५, दुप्पउत्तकायकिरिया [दुष्प्रयुक्तकाय क्रिया] ३।१३५ ६७, ६६,८५,८७, ८६, ६१, ६३, ६५, ६७, १०५, दुप्पडोयार [द्विप्रत्यवतार] २।३० १६०, २२६, ३७६, ३८१; २।४६, १३८, १३६%; दुप्पणिहाण [दुष्प्रणिधान] १८।१२६ ३।१३५, १३६; ५६२, १०२, २५८%, ६७, २६, दुप्परिकम्मतराय [दुष्परिकर्मतरक] ६।४ ७४; ७।२६, ३०, ३३, १३१; ८।४, ६ से १२, १६, दुफास [दुस्स्पर्श] १३३५७; ७११६ १८ से २०, २३, २४, २६, ४२, ८६, १०१, १६२, दुफासत्त [दुःस्पर्शत्व] ६।२० २१८, ३०२, ३४५, ३४६, ३६०, ३६३, ३८६, दुब्बल [दुर्बल] ७।११६ ; ६।१६८, १७२; १६।५२; ४१६, ४३५, ४६८%8१०७; १०१५, ६, ११११००, १६।३५ १०४, १२०; १२।१२४; १३।१४३ से १४५; १४११६ दुब्बलिय [दुर्बलिक] १२।५६ से २०, ५२, ५५, ५७, ६०; १५२१०१, १६६१, दुब्बलियत्त [दुर्बलिकत्व] १२।५५, ५६ १०८,१२३; १७११७; १८१७०, ७६, ८६, ८७,६७, दुबिभक्ख [दुभिक्ष] ३।२६८ १००, १०४, १२८, २०८, २१४, २१६, २१८%; दुभिक्खभत्त [दुर्भिक्षभक्त] ५।१४० ; ६।१७७ १६।६२, ७८, ७६, ८६, १००, १०८, २०।१०, दुन्भिगंध [दुर्गन्ध ] ८।३६, ४२, ६६; १४।८१; ७६; २४७६. १२१, १६७, १८४, २०६, २१०, १८१०६; २००; २०।२६ से २६ २४०, २४१, २५।६, १०, ५१ से ५५, १४२, १४३, दुरुह [आ+रुह.] -दुरुहइ, ७।१६६.–दुरुहंति, १४६, २७३, २७४, २७६, २८१, ४०१, ४५४ से १४।१०६- दुरुहेह, १५।१३६ ४५८, ५१६, ५५७, ५५६, ५६१ से ५६५, ५८४, दुरूहमाण [आरोहत्] १६।६६, ६७ ५८८,५६१, ५६४, ६१३, २६७; ३०१२७; ३३२, दुरूहित्ता [आरुह्य] २।६६ ३, १६, ३५, ५१, ५२, ५५; ३४।१३, १८, ४८ दुरूढ [आरूढ] ६।१४३ से १४५, २०४; १२।३७, ३८; दुवुट्टि [दुर्वृष्टि] ३।२६३ १६।६६, ६७ दुन्विसह [दुर्विषह] ७।११७ दुरूव [दुरूप] १।३५७; ७।११६ दुसेज्जा [दुःशय्या] १६।४२ दुरूवत्त [दुरूपत्व] ६।२०; ७।२२४ दुस्समदुस्समा [दुष्षमदुष्षमा] ७।११७; २५॥३२६, दुल्लभबोहिय [दुर्लभबोधिक] ३७२, ७३; १६।४० ३३०, ३३३, ३३४ दुल्लह [दुर्लभ] ७।६; ६।१६६, २१०; १३।११० दुस्समसुसमा [दुष्षमसुषमा] २५५३२६ से ३३१, ३३३, दुवण्ण [दुर्वर्ण] ११३५७; ७।११६ दुवण्णत्त [दुवर्णत्व] ६।२०; ७।२२४ दुस्समा [दुष्षमा] २५॥३२६, ३३०, ३३३, ३३४ दुवामतराय [दुर्वाम्यतरक] ६।४ दुह [दु:ख] ६।१७१, १७२; ७।१५६; ९।१७७; १४।१६ दुवार [द्वार] १५।१४२ दुहओ [द्वितस् ] २।८८; ३।२६; ११।१३३ ; १३।८७; दुवारवयण [द्वारवदन] ७।१५६; १३॥८७ १६।६३, ६४; १८।१५६ दुवालस [द्वादशन्] २।६३; ५।६ ; ७।२३१; ६।१५१, दुहओखहा [द्वितःखहा] २५६१ ; ३४।३ १५५, २१५; ११।१६६; १४।६६;१५।१८५; १८१५३ दुहओचक्कवाल [द्वितश्चक्रवाल] ३।१८१ दुवालसंग [द्वादशाङ्ग] १६।६१; २०७५; २५।६६ दुहओजण्णोवइय [द्वितोयज्ञोपवीत] ३।२०४ दुवालसम [द्वादश] २५५५६० दुहओपडागा [द्वित:पताका] ३३१७०, २०१ दुवालसविह [द्वादशविध] २१४६; ८।१६; १३।१४२; दुहओपलियंक [द्वितःपल्यंक ] ३।२०८ १८।२२१ दुहओपल्हत्थिया [द्वितःपर्यस्तिका] ३।२०६ ८०४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 817 818 819 820 821 822 823 824 825 826 827 828 829 830 831 832 833 834 835 836 837 838 839 840