Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 737
________________ समणुपस्स आगम शब्दकोश समप्प स 1-समणुपस्सति,आ०३।६७. ३।१७,४।१७,५।१७; ६।१७,७१४१६।१७,१०।१७ -समणुपासह, आ० ५६६ समण्णागत[समन्वागत] ठा० ३१८७, ४१६१ समणबद्ध [समनबद्ध] भ० १३।१२०. नाया० ११३।३. समण्णागय [समन्वागत आ० ११७४; १५५६।१७: पण्हा० ११३६; २०१५ ८।५७. भ० १९३४, ३५. नाया० १।१।१७२; समणुब्भूय [समनुभूत] उवा० ३।४३ १११६।३०३ . समणुभूय [ समनुभूत] नाया० १।१।१७१ समण्णिय [ समन्वित] सू० १।१।६५; १।४।२० समणुवास [सं + अनु + वासय्] - समणुवासिज्जासि, समतल [ समतल ] पण्हा० ४१७ आ० २।२६. -समणुवासेज्जासि, आ० २।१०३ समतलपइया समतलपदिका] नाया० १॥ समणुसिटु [समनुशिष्ट] आ० चू०१।१३६ समता [समता] सू० १।२।२८ समणोवस्सय [श्रमणोपाश्रय] भ० ७।४५ समताल [समताल] सम० ७२१७.नाया०१३११८५ समणोवासग [श्रमणोपासक] आ० चू. १५।२५. सू० समतिकत [समतिक्रान्त] भ० ३।१४ २।२।७२, ७३ ; २७।१०, ११,१५, १६,१७,२०से ३०. समतीर [समतीर] भ० १३।१६४ ठा० ४।३६२, ४२८, ४३० से ४३२. भ० ८।२४२; समतुरंगेमाण [समतुरङ्गायत् ] भ० ३।४६; १३।१५४, १३।१२१. नाया० ११८७६, ७६. उवा० १।३१, ५७, १५६. नाया० ११८७२ ५८, ६५, ६६; २।१८,२०, ४६; ३।१८, ५१,४।१८, समत्त[समत्व] आ० २।१०३; ६।६५; ८.५६, ७४, ८०, ५१५१८,५१, ६।३६, ७३२,८।२५, ३७,४६,५१ ६ ६, १००,१०४, ११५, १२४ समणोवासय [श्रमणोपासक] सू०२।७।४. ठा०३।४६७; समत्त समाप्त ] आ० चू० १५।२६. ठा० ७१४८।१४.सम० ४।४२८, ६६२. भ०२।६४,६७ से १०३, १०६,११०; प्र०२६१.भ०१।१७४; २।११७; ३८,६४।४।१५।२०. ७।४ से ६, १६३; ८।२३०, २३३, २३६, २४०,२४५ नाया०२।१०।८. पण्हा० ११४०, २।१६; ३१४, २६, से २४७; ६।१३७; १०१२१, ४७से४६, ५१,५३,५४, ४।१५,५।१०।६।२५; ७।२५,८।१६; ६।१५; १०।२२ ५८, ५६; १११११५,१७४ से १८२; १२।१६,२१,२२, समत्त [समस्त सू० २।६।४७, ५०. सम०प्र० ६२. भ. २६ से २८; १३।१०२; १४।११२; १७।२५, २६; १२।१६५.नाया०१।१।२४,५६, १११६।१४०.पण्हा०४।४ १८६४०, १३६, १३८से १४७,२२२. नाया० ११५।४७, समत्तदंसि [समत्वदर्शिन् ] आ०२।१६४;३।२८, ४।२६; ४८, ६४; ११।६५,७३ से ७५, ७८, २२८; १।१२।२, ५।६० ३७; १।१३।११; १।१४।८७१।१६।११. उवा० १।३२ समत्ताराहणा [सम्यक्त्वाराधना] पण्हा० ६।३ मे ४३, ४६से ४८, ५२, ५३, ५५,५६ से ६१, ६३,६४, समत्थ[समर्थ] सम०प्र०६३.भ०३।११५, ११६, ७।२१८; ७२ से ८०,८४; २।१६, १६, २२ से४१, ४३ से ४५, ११।१५६, १५७; १४।३,१५१९८; १९॥३४,३५.न.या० ४८, ५० से ५५,३।१६, १६ से ५०, ५२; ४११६,१६ ११८८, १५५; ११५६ ११८।६,४२, १११४१३५ से ५०, ५२; ५॥१६, १६ से ५०, ५२; ६।१६, १६ से १।१६।३०६.उवा० ७।५०. अंत० ५।१२. पण्हा० ७२०. से २४, २६ से २८, ३१, ३३ से ३८,४०, ७।३३, विवा०२।१११०, ११ ३४, ४०, ४२ से ४५,५० से ८८, ८।१६, १८, समन्नागय समन्वागत] भ०१३।१२०; १४१३; १९३४, १६, २५ से ३६, ३८ से ४२, ४६ से ५०, ५३. अंत० ३५; २०६०१. उवा० ७.५० ६।३२, ४० से ४३, ४५से ५०. विवा० २।१।२६ समन्नाहरणया[समन्वाहरण] भ० १७१४८ समणोवासिया [श्रमणोपासिका] ठा० ४।४२६. भ० समपायपुता [समपादपुता] ठा० ५।५० ६।१३७; १२।६, ६से ११,३०,३३, ३४, ३७, ४१,६४. समप्प [सं+अर्पय] -समप्पंति, नाया० १।१६।४६. नाया० १११४१४६; १।१६।१०३.उवा० ११५६;२।१७; --समप्पेइ,नाया०१।८।२४. –समप्पति, ठा०५।२३०. ७२२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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