Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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वण्णमंत
आगम शब्दकोश
वत्थ
वण्णमंत वर्णवत | आ० च० ४।८; १४८; ६५६. सू० वत्तपुव्व वित्तपर्व पण्हा०४।११
२।१।२ से १०.ठा०४१५१३; ५१७४. भ०२।३,१२६; वत्तमाणुपय [वर्तमानपद] सम०८८।२ १११३५; २०४१
वत्तमाणुप्पय [वर्तमानपद] सम० प्र० ११० वण्णय | वर्णक सम० प्र०६७, १४५. भ०११४; ६८५ वत्तव्व [वक्तव्य ] सू० १।६।२६; २७।२०, २१. ठा०
११३१५७, १६२; १३।१०१, १०२; १४१७४; १५।१, ३।३३७, ४६६. भ० १११६१ से १६६, २०६, २६८, - ४५, १४४, १७०, १७६, १७७; १६।४८, ५४, ६६; २८०, २८४, ३७१,४४२,४४३, २।१४,१५,१७,१३१
१८३८,४०,५६,१३४,१६३, २०४. नाया० १११११; से १३४, १३६, १३७,५८६ से १२, ११५; ७।२५; १२।२,३,१।३।२; १।४।२,५,१३५१५,१०,१।८।११८; ८।२५५; १२।१५६से १६१, १७।२५, २६, ५४,५७; १।१६।१२०, १२१, १६२, २६६; १।१७।२, ३; २५॥५६७. पण्हा०७।१२ से १४, १७ १।१८।२; २।१११, २, १५
वत्तव्वता [वक्तव्यता] ठा० ८।८७ वण्णविभात [वर्णविभाग] सम०प्र० १२८
वत्तव्वय [वक्तव्यक] सू०२।७।१६. ठा० ३।३३७. सम० वण्णसंजलणया [वर्णसज्वलनता] भ० २५॥६ प्र०६१ वण्णाएसि[वर्णादेशिन् ] आ० ५।५३
वत्तव्वया [वक्तव्यता] भ० २११०२,१०६, ११०,११७, वण्णाभ [वर्णाभ ] ठा० १०११०३ ।।
१२३, १५२; ३८, ६, २१,८१, १५२, २५०, २६६, वण्णावास [वर्णकव्यास] उवा० २।२१
२७४, २७७; ४।४; ५।२१,२४, २८, २६, ६।११५, वणित[वणित] ठा० ५।३४, ४३
१३५; ८।२५०, ४४६; ६।५४, ६०; ११।४२, ४४, वणिय [वणित] ठा० २।४११, ४१३, ४१४.सम०प्र०६२ ४६, ५१; १२।११, ११३, २०४; १३।३३, ८५,६६, वणिया वणिका] आ० चू० १७५,७६
१५२,१५।१८६;१६।१२५,१७४६५,७०,८२२४।२६, वहि [वह्नि] ठा० ८।४६।१; ६।३४।१. सम०प्र०२५६।२. ८२,८४,८८, ६७ से १००,१०३,१०४, १११ से ११४, भ०६।११०।१, ११४. नाया० १८।२०२।१
१२२, १२३, १२६, १३०,१४४, १४८, १४६, १५३, वहि[वृष्णि] नाया० १।६।१६३.
१६६, १७२, १७३, १७६, १७६, १८५, १८७, २११, वत [व्रत] सू०१।११।३७
२४०, २४७, २५६, २५७ से २५६,२६५,२६६,२७७से वति [वाच] ठा० ४।१६२, १६३.पण्हा० ६।१६
२८१, २८६, २६०,२६६, २६६,३०३, ३०५, ३०८, वतिमिस्स [व्यति मिश्र] आ० चू० १॥३२
३११से ३१३,३१८ से ३२०, ३२५, ३२६, ३२८,३३८, वतिरामतिया [वज्रमयिका] सम०७४।२
से ३४०, ३४६, ३५०,३५२, ३५४ से ३५६, ३५६; वतिसमाहरणता [वाकसमाहरणता] सम० २७।१
२५।१६०,१६१, १६०, २१६,२६६, ३५५,२६।१७, वतिसमिति [वाक्समिति ] पण्हा० ६।१६
१८,३४,२७।२, १६॥३,१०, २६; ३०1८,२६, ३७, वतीत[व्यतीत] सू० १।१२।१५
४२; ३११५,६,३४।१३.अणु० ११८, २।४ वत्त [व्यक्त] ठा० ७।४।६
वत्ति वत्ति] भ० ८।२५६. नाया० ११७१२२ भ० १२।१२८. पण्हा०४७
वत्तिय [प्रत्यय, वृत्तिक] आ० चू० ३।८से १३.सू०२।२।६; -बत्तज्ज, आ० च० ११८८.-वत्तेज्जासि, २।७।१८, १६. सम० २६१. भ०१।३३६; २१७०; उवा० ७।२५. --वत्तेति, ठा० ६।१२. भ० ५।१३४. ७।५. नाया० १११।१४६, १५०, १६१, १६२, २०६; ----वत्तिसु, ठा०६।१२. --वत्तिस्संति, ठा० ६।१२. १७.१४, १५; १११६२३
-वत्तेह, भ० ८।२८७. -वत्तेहि, विवा० १।४।२६ वत्तु [वक्त ] सम० ३३।१ वत्तए [वक्तुम् ] आ० २।१६७. सू० १।६।२७ वत्तेमाण [वर्तयत् ] भ० ८।२८७ वत्तणा [वर्तना] सू०२।२।४
२।११२, ६।३१, ६०, ८११२, २१
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