Book Title: Agam Shabdakosha
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati
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वासित्तु
अंगसुत्ताणि शब्दसूची
विआगरित्तए
वासित्तु [वर्षित]ठा० ४१५३३, ५३५
विवा० ११११५७ वासी [वासी] नाया० १।५।३७. अंत० ६।५२. पण्हा० वाहणा[उपानह. ] भ० १४११०६; १५३५१ १।२८,२६; १०।११
वाहणिया [वाहनिका] नाया० १।१४।६, १२. विवा० वासुदेव [वासुदेव] ठा० २।३१५; ३।३३, १०३, ११६, ११९३६,३६
१२१, १२२; ४।३१५,३६७ ; ५।१६८; ६।२१;८।५३, वाहणी [वाहनी] भ० १६७१ ७७, ६।१९, २०, २०११, ६१; १०७८, ८०. सम० वाहय [वाहक ] भ० ५।८० । १०१५; ३५॥३,५०१३;५४।१,६८।३, ६, ८०।२, ४; वा
सम०३३११ ८४१५; ६०।४; प्र० ८५, २३८, २३६, २४२,२४२।२, वाहाया[दे०] अणु ० ३।४१ २४३, २४३१२, २४४ से २४६, २४६।२, २५२।२,
० १११।२६. ठा० ४।५१५; १०।१०८. २५६, २५७, २५७।२, २५६. भ०११।१४२; १६।८८. सम० ३४।१. भ० ७।११७; ६।१७१, १७२. उवा० नाया० १३१२२६; ११॥६, १२, १३, १५ से १७, २० ८।४१, ४३, ४६. पण्हा० ११२३, २६, २६,३७,४१६%3B से २६, २८, ३०,३१, १११६।१३२, १३४ से १४१, ७।१३, २०१०।१५. विवा० १११६३ १४४, १४८ से १५३, १५५ से १५७, १६१, १६५, वाहि[वाहिन् ] नाया० १११७।१४ १६६ से १७१, १७५ से १७८, १८० से १८२, २०६,
भ० ६।१६१,२०४,२०६१३।११७; २१५, २१६, २१८ से २२३, २२५, २२७ से २३३, १५।१३६. नाया०१११११४४; १।५।२७,६१,११८।१४. २३५ से २५०,२५३ से २५६. २५८, २६१, २६२, १८७; १११२।४५; १११६॥३१५, २।१।२६. अंत० २६४ से २६७, २६६ से २६१, २६३ से २६७, २६६, २५; ६७ ३००. अंत० १।१४; ३।२९, ३०, ४३ से ५१, ६० से वाहिणीय [वाहिनीक] नाया० १।१।१२६, १४१ से ६२, ७४ से ७६, ८१, ८३, ८४, ६४ से ११०, ११३, १४३, १४४; १।८।२२७; १।१२।११; १।१४।५३; ४१४,५२४ से ६, ८ से १६, २१ से २३, २५, ३४,३५,
१४१६५० ३६,४०,४२. पण्हा०२१५४१५,५६४
वाहित्त [व्याहृत [ नाया० १११११५६ वासुदेवगंडिया [वासुदेवक ण्डिका] सम०प्र० १२६ वाहिम [वाह य] आ० चू० ४।२७ वासुपुज्ज [वासुपूज्य ] ठा० २।४४०; ५।२३४; ६७६. वाहिय [व्याधित] नाया० १।१३।२२ पहा० ३।१७;
सम०२३।३, ४,२४।१; ६२।२; ७०।३. प्र०३६ २२२, ४।६. विवा० १७११६ २२७४१, २२८।१. भ० २०६७
वाहियाली [वाह्याली] नाया० १।१७।३७१६ वाह [व्याध] सू० १।२।५६; १।३।६५. पण्हा० १।२० वाहु [बाहु] पण्हा० ३।५ वाह वाहय ]-वाहिति, भ० ७११७.--वाहेहि, आ० वि| अपि ] सू० १।२।४०.सम० १३१४.नाया०१।१।१०।२. चू०३।१६
___अणु० ११८.पण्हा० १।१।३.विवा० ११११२३ वाहण [वाहन] आ० चू० १५।२६. सू० २।२।५८, ६३, विअंजिय व्यजित] सू० २।१।३५
७१; २।७।३. ठा० ३।५०३; ४।२४५; ८।१०. भ० विअंतिकारय [व्यंतिकारक] आ० ८।६०, ८३, १०६, २।३१,६४,१०६:११३५८,५६,१३४,१४२,१३।१०२, १२६ ११०; १५।८६, १७४. नाया० १।१।१६, २०, २६; विभ[वि+जृम्भ ] -वियंभइ, नाया० १।१६।२७२ ११२।७; ११३८११५७,४५,११८१५१,१११४।२१,
म सम० श२ २२, ६०, ७६; १११६।१८७, १६८, २४०, ३०३; विअत्त[व्यक्त] सू० २।१।६ से १०. सम० ११।४; १८२ १।१६।२६. उवा० १।११, २८ ; २।४०. अंत० ५।११. विअल [विकल] पण्हा० ११३७ पण्हा० ११८, २७, ३०; २।१२; ३७; ५।१, ३, १०. विआगरित्तए[व्याकर्तुम्]भ० १६।५४; १८।४७,४८
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